प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 12 मार्च 2021 को उद्घाटन किए गए ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के समारोह के हिस्से के रूप में केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने एक लघु वीडियो श्रृंखला ‘आजादी की अमृत कहानी’ को लॉन्च किया जिसे ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स के सहयोग से बनाया गया है।
महिला चेंज मेकर्स पिथौरागढ़ की पद्म पुरस्कार विजेता पर्यावरणविद् सुश्री बसंती देवी जिन्हें कोसी नदी को पुनर्जीवित करने में उनके योगदान के लिए जाना जाता है, पद्मश्री पुरस्कार विजेता सुश्री अंशु जामसेनपा, जिन्हें वर्ष 2017 में पांच दिनों में दो बार माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली दुनिया की पहली महिला होने का गौरव प्राप्त है और हर्षिनी कान्हेकर जो भारत की पहली महिला फायर फाइटर हैं, इस अवसर पर मौजूद थीं।
अनुराग सिंह ठाकुर ने दर्शकों और मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय विभिन्न पहलों के साथ अमृत महोत्सव समारोह का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। भारत में आजादी का विचार महिला मुक्ति के साथ जुड़ा हुआ है। इस बारे में उन्होंने कहा कि आजादी या स्वतंत्रता शब्द उन महिलाओं के लिए व्यापक अर्थ रखता है जिन्हें समाज में रूढ़िवाद और वर्जनाओं के खिलाफ लड़ाई लड़नी पड़ती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की मुक्ति समाज में स्वतंत्रता की स्थिति की पहचान है।
इस सहयोग के बारे में ठाकुर ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य भारतीयों की प्रेरणादायक कहानियों को सबके सामने लाना है क्योंकि कहानियां अधिक से अधिक लोगों को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेंगी और सशक्त बनाएंगी।
उन्होंने कहा कि यह एक दीर्घकालिक साझेदारी है जिसमें विभिन्न विषयों और विविध कहानियों पर प्रकाश डाला जाएगा। “नेटफ्लिक्स महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण और सतत विकास तथा महत्व के अन्य दिनों सहित विभिन्न विषयों पर पच्चीस वीडियो का निर्माण करेगा। नेटफ्लिक्स मंत्रालय के लिए दो मिनट की 25 लघु फिल्मों का निर्माण करेगा जिन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किया जाएगा और दूरदर्शन नेटवर्क पर प्रसारित किया जाएगा।
ठाकुर ने इस साझेदारी के विविध आयामों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नेटफ्लिक्स और मंत्रालय भारत में फिल्म निर्माताओं को प्रोत्साहित करने के लिए प्रशिक्षण कार्यशालाओं और मास्टर कक्षाओं का आयोजन करना जारी रखेंगे ताकि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत विभिन्न विषयों पर प्रेरक सामग्री का निर्माण किया जा सके।
उन्होंने यह घोषणा की कि “नेटफ्लिक्स और मंत्रालय पोस्ट-प्रोडक्शन, वीएफएक्स, एनिमेशन, संगीत निर्माण के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करके एक रचनात्मक इकोसिस्टम विकसित करने के लिए साझेदारी करेंगे और ये कार्यक्रम वास्तविक एवं वर्चुअल माध्यम से आयोजित किए जाएंगे।”
उन्होंने मंच पर मौजूद तीन महिलाओं की उल्लेखनीय उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि इनकी कहानियां देश भर के लोगों को प्रेरित करेंगी। उन्होंने यह भी उम्मीद जाहिर की कि इस सहयोग के बाद विश्व के निर्माता न केवल भारतीय दर्शकों के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए फिल्में और वृत्तचित्र बनाने के लिए भारत आएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मंत्रालय और नेटफ्लिक्स के बीच साझेदारी केवल शुरुआत ही है जो आजादी का अमृत महोत्सव तक ही सीमित नहीं होगी।
जीवन के लिए आग से लड़ने वाली साहसी हर्षिनी कान्हेकर की कहानी
‘आजादी की अमृत कहानियां’ श्रृंखला का शुभारंभ, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और नेटफ्लिक्स के बीच साझेदारी में एक और अध्याय जोड़ता है, क्योंकि वे भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष में आजादी का अमृत महोत्सव को यादगार बनाने के लिए मिलकर काम कर करे हैं।
यह साझेदारी, जिसने नवंबर 2021 में गोवा में 52वें भारत अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के दौरान नेटफ्लिक्स की भागीदारी दर्शायी, निकट भविष्य में कौशल विकास कार्यशालाओं, मास्टरक्लास, फिल्म स्क्रीनिंग, लघु फिल्म प्रतियोगिताओं जैसी पहलों के माध्यम से और भी मजबूत होगी।
‘आजादी की अमृत कहानियां’ के वीडियो मंत्रालय और नेटफ्लिक्स के विभिन्न सोशल मीडिया चैनलों पर उपलब्ध होंगे, साथ ही दूरदर्शन नेटवर्क पर प्रसारित होंगे। उन्हें जल्द ही गुजराती, मराठी, बंगाली, तमिल, अंग्रेजी और मलयालम जैसी अन्य भाषाओं में भी उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कहानियां पूरे देश में लोगों द्वारा देखी और सुनी जा सकें।