ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव के सिरदर्द का इलाज, इमरजेंसी ब्रेन सर्जरी हुई; जा सकती थी जान

ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव के सिरदर्द का इलाज, इमरजेंसी ब्रेन सर्जरी हुई; जा सकती थी जान

उमाकांत त्रिपाठी। आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव की ब्रेन सर्जरी हुई है. सद्गुरु पिछले चार हफ्तों से गंभीर सिरदर्द से पीड़ित थे. दर्द की गंभीरता के बावजूद, उन्होंने अपना सामान्य दैनिक कार्यक्रम और सामाजिक गतिविधियां जारी रखीं और 8 मार्च 2024 को महा शिवरात्रि समारोह भी आयोजित किया.

जारी किया वीडियो मैसेज
सद्गुरु ने ब्रेन सर्जरी के बाद अपना एक वीडियो मैसेज जारी करते हुए बताया कि ब्रेन सर्जरी के बाद उनकी हालत अभी ठीक है. वहीं पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘सद्गुरु जी से बात की और उनके अच्छे स्वास्थ्य और शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.सद्गुरु का इलाज डॉ. विनित सूरी, डॉ. प्रणव कुमार, डॉ. सुधीर त्यागी और डॉ. एस चटर्जी सहित डॉक्टरों की एक टीम द्वारा किया गया और मस्तिष्क में रक्तस्राव को हटाने के लिए 17 मार्च को एक आपातकालीन ब्रेन सर्जरी की गई. सर्जरी के बाद सद्गुरु को वेंटिलेटर से हटा दिया गया है.

कैसे हुआ इलाज
जब 15 मार्च को हालत बिगड़ गई तो उन्होंने दोपहर 3:45 बजे दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ सलाहकार न्यूरोलॉजिस्ट डॉ विनीत सूरी से टेलीफोन पर परामर्श किया. डॉ. सूरी को तुरंत सब-ड्यूरल हेमेटोमा का संदेह हुआ और उन्होंने तत्काल एमआरआई की सलाह दी. उसी दिन शाम 4:30 बजे इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में सद्गुरु के ब्रेन का एमआरआई किया गया, और ब्रेन में बड़े पैमाने पर रक्तस्राव का पता चला.