मोबाइल कैमरे के आसपास क्यों होता है छेद? नहीं जानते होंगे होल का बड़ा कारण

मोबाइल कैमरे के आसपास क्यों होता है छेद? नहीं जानते होंगे होल का बड़ा कारण
मोबाइल कैमरे

मोबाइल फोन तो आज के समय में हर किसी के पास होता है. उच्छ वर्ग से लेकर मध्यम वर्ग और यहां तक कि निम्न वर्ग के पास भी फोन है. मगर फोन से जुड़ी ऐसी कई चीजें होती हैं जो लोगों को नहीं पता होगा. स्मार्टफोन्स (Smartphones) का जैसे-जैसे क्रेज बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे टेक्नोलॉजी भी बदलती जा रही है और फोन में मेकर्स कुछ न कुछ अनोखा बनाते जा रहे हैं. आज हम आपको ऐसी ही एक चीज के बारे में बताने जा रहे हैं. क्या आप जानते हैं (Do you know the purpose of small hole near phone camera) कि फोन के कैमरे के पास बने छोटे से छेद का क्या काम होता है?

हो सकता है कि आपने अभी तक इस छेद (small hole in smartphones) पर कभी गौर ना किया हो मगर अब जरूर करेंगे. आमतौर पर मोबाइल के बैक कैमरे और फ्लैश लाइट के आसपास कहीं ये छेद मौजूद होता है. ये ना ही फ्लैश का काम करता है, ना ही इससे फोटो खिंचती है और ना ही किसी तरह का बटन है. तो आखिर इसके बनाने का काम ही क्या होता है?

क्यों होता है छोटा सा छेद
दरअसल, ये छेद नॉइस कैंसिलेशन माइक्रोफोन होता है. ये माइक्रोफोन आपके बैकग्राउंड में मैजूद आवाज को कम करता है. फोन के आगे बना माइक्रोफोन सिर्फ आवाज सुनने के लिए होता है मगर इसका काम होता है कि शोर को कम करना. अगर आपने कभी गौर किया होगा तो फोन के निचले हिस्से में, यानी चार्जिंग पॉइंट या फिर ईयरफोन लगाने की जैक के बगल में भी एक छोटा छेद होता है. ये छेद भी नॉइस कैंसिलेशन के लिए होता है.

मोबाइल फोन्स से जुड़े कुछ अमेजिंग फैक्ट्स
वैसे अब जब आपको फोन से जुड़े एक अमेजिंग फैक्ट (amazing facts about mobile phones) के बारे में पता लग चुका है तो चलिए आपको कुछ और फैक्ट्स से रूबरू करवा देते हैं. क्या आप जानते हैं कि मोबाइल फोन से पहला कॉल 3 अप्रैल 1973 को किया गया था? यही नहीं, आजकल हम अलग-अलग कंपनीज के स्मार्टफोन के साथ जो स्टाइल मारते हैं, मगर ये नहीं जानते कि सबसे पहला स्मार्टफोन करीब 27 साल पहले बन गया था जिसे आईबीएम कंपनी ने बनाया था. वो सबसे पहला फिंगर टच फोन था जो कमर्शियली उपलब्ध था. जाते-जाते एक फैक्ट और बता ही देते हैं कि जापान में करीब 90 फीसदी मोबाइल फोन्स वॉटरप्रूफ होते हैं.