IPL इतिहास में गुजरात ने लगातार तीसरी बार चेन्नई सुपर किंग्स को परास्त कर दिया

IPL इतिहास में गुजरात ने लगातार तीसरी बार चेन्नई सुपर किंग्स को परास्त कर दिया
IPL इतिहास में गुजरात ने लगातार तीसरी दफा चेन्नई सुपर किंग्स को परास्त कर दिया। 1 लाख लोगों की मौजूदगी में अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में टॉस जीतकर गुजरात ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। शुरुआत वाली बात तो ठीक है, लेकिन लेफ्ट हैंडर बल्लेबाजों के सामने मोहम्मद शमी का भौकाल बदस्तूर जारी रहा। तीसरे ओवर की दूसरी गेंद फुल लेंथ राउंड द विकेट…! गेंद टप्पा खाने के बाद थोड़ा अंदर की तरफ आई और डेवॉन कॉन्वे के स्टंप्स हवा में उछल गए। यह आईपीएल इतिहास में मोहम्मद शमी का 100वां विकेट था। द फास्ट बॉलिंग लेजंड फॉर अ रीजन.. ! मोहम्मद शमी की गेंद पर विकेटों का हवा में उड़ना बहुत खूबसूरत नजारा होता है।
ऋतुराज गायकवाड़ एक छोर पर डटे रहे और उन्होंने 50 गेंद पर 92 रन बनाए। 184 की स्ट्राइक रेट से खेलते हुए ऋतुराज ने 4 चौके और 9 छक्के लगाए। पर बीच में शिवम दुबे ने मामला बिगाड़ दिया। GT के गेंदबाज जानते थे कि दुबे जी शॉर्ट पिच गेंदबाजी के खिलाफ अनकंफरटेबल हैं। गुजरात के गेंदबाजों ने उनके खिलाफ लगातार इसी हथियार का इस्तेमाल किया। शिवम 18 गेंद पर 1 छक्के की मदद से 19 रन बना सके। वह बल्लेबाजी पर तब आए थे, जब टीम को ताबड़तोड़ शॉट्स की दरकार थी। बीच में राशिद खान ने पहले मोईन अली और फिर बेन स्टोक्स को विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा के हाथों कैच आउट कराकर मोमेंटम को चेन्नई से गुजरात की तरफ शिफ्ट करने में बड़ी भूमिका निभाई। शिवम दुबे की धीमी बल्लेबाजी का असर ऋतुराज पर भी पड़ा और वह शतक पूरा करने से चूक गए। लगा कि एक वक्त
220 का आंकड़ा छूती दिखाई पड़ रही चेन्नई अंत में कम से कम 170 का आंकड़ा भी क्रॉस कर पाएगी या नहीं?
फिर आया जोशुआ लिटिल का अंतिम ओवर और तीसरी गेंद….! बैक ऑफ लेंथ बॉल थी और महेंद्र सिंह धोनी ने इसे अपने टिपिकल अंदाज में डीप स्क्वायर लेग बाउंड्री के बाहर गगनचुंबी छक्के के लिए भेज दिया। स्टेडियम में ऐसा लगा कि एक साथ एक लाख लोग धोनी के नाम की गूंज के बूते आसमान को आज धरती पर ला देंगे। चौथी गेंद पर माही के बल्ले से खूबसूरत फ्लिक शॉट और गेंद 4 रनों के लिए स्क्वायर लेग बाउंड्री के बाहर। कुल मिलाकर चेन्नई ने 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 178 रन बनाए। धोनी के बल्ले से 7 गेंद पर 14 रन आए। आईपीएल इतिहास में पहली दफा ऐसा हुआ, जब वह 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए। जवाब में गुजरात की टीम को ताबड़तोड़ शुरुआत की दरकार थी। 4 ओवर से पहले ही 37 रन बन गए। ऋद्धिमान साहा पावरप्ले में 16 गेंद पर 2 छक्कों और 2 चौकों की मदद से 25 रन बनाकर आउट हुए। पर शुभ्मन गिल ने 6 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 36 गेंद पर 174 की स्ट्राइक रेट से 63 रन बना दिए।
जब 18वां ओवर खत्म हुआ, तो गुजरात की टीम को जीत के लिए 2 ओवर में 22 रन चाहिए थे। इस समय क्रीज पर राहुल तेवतिया और राशिद खान मौजूद थे। धोनी ने अपने सबसे भरोसेमंद गेंदबाज दीपक चाहर को गेंद थमाई। पहली गेंद चाहर ने राहुल तेवतिया को फेंकी, जिसपर कोई रन नहीं बना। दूसरी गेंद पर तेवतिया ने फाइन लेग पर चौका जमाया। तीसरी गेंद पर तेवतिया ने सिंगल लेकर राशिद को स्ट्राइक किया और राशिद ने चौथी गेंद को डीप मिडविकेट बाउंड्री के बाहर छक्के के लिए भेजकर मैच का पासा पलट दिया। पांचवीं गेंद पर खान साहब के बल्ले से चौका आया और आखिरी ओवर में जीत के लिए 8 रन बचे। अब धोनी ने आखिरी ओवर करने की जिम्मेदारी तुषार देशपांडे को दी, जो IPL के पहले इम्पैक्ट प्लेयर बने थे। दरअसल पहली पारी की समाप्ति के बाद अंबाती रायडू को मुकाबले से बाहर कर दिया गया और उनके बदले तुषार देशपांडे को प्लेइंग XI में शामिल कर लिया गया। लेकिन तेवतिया ने आखिरी ओवर में पहली दो गेंदों पर ही चौका और छक्का लगाकर गुजरात को 5 विकेट से जीत दिला दी।
राजवर्धन हंगरगेकर ने दोनों सलामी बल्लेबाजों और विजय शंकर का शिकार जरूर किया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। अंत में खान साहब और राहुल तेवतिया ने मिलकर 20वें ओवर की दूसरी गेंद पर जीत गुजरात के नाम कर दी। अपने डेब्यू मुकाबले में राजवर्धन हंगरगेकर ने 4 ओवर में 36 रन देकर 3 विकेट चटकाए और चेन्नई की ओर से सफल गेंदबाज साबित हुए। गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 26 रन देकर 2 सफलता हासिल करने वाले और 3 गेंद पर 1 चौके 1 छक्के की मदद से नाबाद 10 रन बनाकर टीम को जीत दिलाने वाले राशिद खान को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया। चेन्नई की हार के बाद यह जरूर चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर धोनी को इतना नीचे बल्लेबाजी करने की आवश्यकता क्यों पड़ी? क्या अगर माही शिवम दुबे की जगह ऊपर बल्लेबाजी करने आते, तो चेन्नई के स्कोर को 200 के पार नहीं ले जाते?