पश्चिम बंगाल शिक्षा विभाग एक नयी पहल ‘परय शिक्षालय’ (पड़ोस का स्कूल) शुरू कर रहा है, जिसके तहत प्राथमिक और पूर्व-प्राथमिक सरकारी स्कूलों के छात्रों को खुले स्थानों पर पढ़ाया जाएगा। यहां एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
राज्य सचिवालय से स्वीकृति मिलने के बाद परियोजना के तहत कक्षा एक से पांच तक के छात्रों को प्रारंभिक शिक्षा प्रदान करने के लिए पारा-शिक्षकों और प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों को शामिल किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘बच्चे कोविड-19 महामारी की वजह से लगे प्रतिबंधों के कारण पढ़ाई से वंचित हैं। हमने अब खुले मैदान में कक्षाएं आयोजित करने का फैसला किया है।’’
अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक शिक्षा के अलावा, छात्रों को चित्रकारी समेत विभिन्न पाठ्येतर गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।