मुस्लिमों के हक छीन रहे हैं योगी आदित्यनाथ, किस मामले को लेकर यूपी सरकार से भिड़ गए अखिलेश यादव, दिया बड़ा बयान

मुस्लिमों के हक छीन रहे हैं योगी आदित्यनाथ, किस मामले को लेकर यूपी सरकार से भिड़ गए अखिलेश यादव, दिया बड़ा बयान

खबर इंडिया की। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सोमवार को उत्तरप्रदेश की बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला। दरअसल हाल ही में ये खबरें सामने आई की केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड अधिनियम में संशोधन करने की योजना बना रही है। इन तमाम खबरों को लेकर अखिलेश ने बीजेपी पर मुस्लिम वर्ग के हक छीनने के आरोप लगाए।

इनके पास दूसरा काम नहीं- अखिलेश
सपा सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि- “बीजेपी के पास हिंदू-मुस्लिम या मुस्लिम भाइयों के अधिकारों को छीनने के अलावा कोई काम नहीं है। उन्हें जो अधिकार मिले हैं, स्वतंत्रता का अधिकार या अपने धर्म का पालन करने का अधिकार, सरकार ये सारे हक उनसे छीनना चाहती है। उन्हें (सीएम योगी आदित्यनाथ) को लगा कि नजूल एक उर्दू शब्द है, और अधिकारी उन्हें समझाते रहे कि नजूल का मतलब कुछ और है। लेकिन उन्होंने सोचा कि नजूल का मतलब मुसलमानों की जमीन है।

ऐसे नेताओं को बीजेपी छोड़ देना चाहिए
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी के जिन नेताओं को दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों की चिंता है, उन्हें पार्टी छोड़ देनी चाहिए। मुसलमानों के बारे में बीजेपी की सोच अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है। सीएम योगी पर हमला बोलते हुए उन्होंने ये तक कह दिया की सीएम योगी, योगी नहीं हैं क्योंकि उनका लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। “अगर कोई ‘योगी’ लोकतंत्र और संविधान में विश्वास नहीं करता है, तो वह ‘योगी’ नहीं हो सकता।

हो सकता है वफ्फ अधिनियम में संशोधन
सूत्रों की मानें तो केंद्र की मोदी सरकार वक्फ अधिनियम में संशोधन करने का प्लान बना रही है। इससे वक्फ बोर्ड की ताकतें कम हो जाएंगी। अंदरखानों की मानें तो वक्फ बोर्ड अधिनियम में 32-40 संशोधनों पर विचार किया जा रहा है। वक्फ अधिनियम को पहली बार 1954 में संसद में पारित किया गया था। इसके बाद इसे निरस्त कर दिया गया और 1995 में एक नया वक्फ अधिनियम पारित किया गया, जिसमें वक्फ बोर्डों को और अधिक अधिकार दिए गए थे।