जी20 सम्मेलन के बीच तीन दिनों में प्रधानमंत्री मोदी ने की 15 द्विपक्षीय बैठक

जी20 सम्मेलन के बीच तीन दिनों में प्रधानमंत्री मोदी ने की 15 द्विपक्षीय बैठक

प्रधानमंत्री और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा की मुलाकात में राष्ट्रपति लूला ने भारत की जी20 अध्यक्षता की सफलता के लिए प्रधानमंत्री को बधाई दी। वहीं, प्रधानमंत्री ने अगले साल ब्राजील की जी20 अध्यक्षता के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं और उन्हें इसमें भारत के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।

भारत-ब्राजील रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा हुई, जिसमें जैव ईंधन, फार्मास्यूटिकल्स, कृषि-आधारित उद्योग, अंतरिक्ष और विमानन जैसे क्षेत्रों में सहयोग शामिल है। इस बैठक के समापन पर एक संयुक्त वक्तव्य जारी किया गया।

तुर्किये के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय बैठक में व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, नागर विमानन और शिपिंग जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की गई। राष्ट्रपति एर्दोगन ने भारत की जी20 अध्यक्षता के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी को बधाई दी। उन्होंने फरवरी 2023 में तुर्किये में आए भूकंप के बाद ऑपरेशन दोस्त के तहत त्वरित राहत के लिए भारत को धन्यवाद भी दिया। राष्ट्रपति एर्दोगन ने चंद्रयान मिशन की सफलता पर भी प्रधानमंत्री को बधाई दी और सूर्य के आदित्य मिशन के लिए शुभकामनाएं दीं।

जर्मनी संघीय गणराज्य के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने जी20 अध्यक्षता की सफलता पर प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान जर्मनी के समर्थन की सराहना की। विभिन्न जी20 बैठकों और कार्यक्रमों में जर्मनी की उच्च स्तरीय भागीदारी रही है। दोनों राजनेताओं ने अपनी द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी में प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने रक्षा, हरित और सतत विकास, महत्वपूर्ण खनिज, कुशल कर्मियों के आवागमन और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।

राजनेताओं ने आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। प्रधानमंत्री ने अंतर-सरकारी आयोग के अगले दौर के लिए चांसलर स्कोल्ज़ को अगले साल भारत आने का आमंत्रण दिया।

यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने द्विपक्षीय मुलाकात में भारत की जी20 की अध्यक्षता की सफलता पर प्रधानमंत्री को बधाई दी। बैठक के दौरान अगले भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन, वर्तमान में जारी मुक्त व्यापार समझौते संबंधी बातचीत, जलवायु परिवर्तन और लाइफ, डिजिटल प्रौद्योगिकी तथा व्यापार एवं प्रौद्योगिकी परिषद (टीटीसी) सहित भारत-यूरोपीय संघ रणनीतिक साझेदारी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई।

नेताओं ने 9 सितंबर 2023 को लॉन्च किए गए भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे पर भी चर्चा की। उनका मानना है कि गलियारे का शीघ्र कार्यान्वयन होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने गलियारे के अंतर्गत सौर परियोजनाओं की संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला।

कोमोरोस संघ के राष्ट्रपति अजाली असौमानी ने द्विपक्षीय मुलाकात में प्रधानमंत्री को अफ्रीकी संघ को जी20 का एक स्थायी सदस्य बनाने में उनकी पहल एवं प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने भारत की भूमिका और अफ्रीका के साथ संबंधों पर विचार करते हुए इस बात पर विशेष प्रसन्नता व्यक्त की कि यह भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान हुआ था। उन्होंने कहा कि इससे भारत-कोमोरोस संबंधों को काफी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने भारत की सफल जी20 अध्यक्षता के लिए भी बधाई दी।

प्रधानमंत्री ने जी20 में शामिल होने पर अफ्रीकी संघ और कोमोरोस को बधाई दी और ग्लोबल साउथ की आवाज को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने के भारत के प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने जनवरी 2023 में भारत द्वारा आयोजित वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन को याद किया। दोनों नेताओं को अपनी द्विपक्षीय साझीदारी पर चर्चा करने का भी अवसर मिला। उन्होंने वर्तमान में चल रही कई पहलों पर संतोष व्यक्त किया और समुद्री सुरक्षा, क्षमता निर्माण तथा विकास साझीदारी जैसे क्षेत्रों में सहयोग के अवसरों पर चर्चा की।

द्विपक्षीय मुलाकात में कोरिया गणराज्य के राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने भारत की जी20 अध्यक्षता के लिए प्रधानमंत्री को बधाई दी। उन्होंने चंद्रयान मिशन की सफलता पर भी प्रधानमंत्री को बधाई दी।

दोनों नेताओं ने इस तथ्य को रेखांकित किया कि इस वर्ष दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ है। दोनों नेताओं ने व्यापार एवं निवेश, रक्षा उत्पादन, सेमीकंडक्टर एवं ईवी बैटरी प्रौद्योगिकी सहित द्विपक्षीय विशेष रणनीतिक साझेदारी के विभिन्न क्षेत्रों में हुई प्रगति की समीक्षा की। दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।

नाइजीरिया संघीय गणराज्य के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू ने द्विपक्षीय मुलाकात में प्रधानमंत्री को भारत की जी-20 की अध्यक्षता की सफलता पर बधाई दी। उन्होंने जी-20 में अफ्रीकी संघ की स्थायी सदस्यता सुनिश्चित करने और ग्लोबल साउथ के हितों को बढ़ावा देने के लिए भी प्रधानमंत्री का आभार प्रकट किया। दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, रक्षा, कृषि, मोटे अनाज, वित्तीय प्रौद्योगिकी और क्षमता निर्माण सहित व्यापक द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों पर सार्थक बातचीत की।

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जी20 अध्यक्षता की सफलता पर बधाई दी।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत-कनाडा संबंध साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, कानून के शासन के प्रति सम्मान और लोगों के बीच मजबूत संबंधों पर आधारित हैं। उन्होंने कनाडा में उग्रवादी तत्वों की जारी भारत-विरोधी गतिविधियों के बारे में हमारी कड़ी चिंताओं से अवगत कराया। ये तत्व अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं, भारतीय राजनयिकों के खिलाफ हिंसा भड़का रहे हैं, राजनयिक परिसरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और कनाडा में भारतीय समुदाय और उनके पूजा स्थलों को धमकी दे रहे हैं। संगठित अपराध, ड्रग सिंडिकेट और मानव तस्करी के साथ ऐसी ताकतों का गठजोड़ कनाडा के लिए भी चिंता का विषय होना चाहिए। ऐसे खतरों से निपटने के लिए दोनों देशों का आपस में सहयोग करना जरूरी है।

प्रधानमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि भारत-कनाडा संबंधों की प्रगति के लिए आपसी सम्मान और विश्वास पर आधारित संबंध आवश्यक है।

कनाडा के प्रधानमंत्री महामहिम श्री जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात की।

प्रधानमंत्री श्री ट्रूडो ने भारत की जी20 अध्यक्षता की सफलता पर प्रधानमंत्री श्री मोदी को बधाई दी।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत-कनाडा संबंध साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, कानून के शासन के प्रति सम्मान और लोगों के बीच मजबूत संबंधों पर आधारित हैं। उन्होंने कनाडा में उग्रवादी तत्वों की जारी भारत-विरोधी गतिविधियों के बारे में हमारी कड़ी चिंताओं से अवगत कराया। ये तत्व अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं, भारतीय राजनयिकों के खिलाफ हिंसा भड़का रहे हैं, राजनयिक परिसरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और कनाडा में भारतीय समुदाय और उनके पूजा स्थलों को धमकी दे रहे हैं। संगठित अपराध, ड्रग सिंडिकेट और मानव तस्करी के साथ ऐसी ताकतों का गठजोड़ कनाडा के लिए भी चिंता का विषय होना चाहिए। ऐसे खतरों से निपटने के लिए दोनों देशों का आपस में सहयोग करना जरूरी है।

प्रधानमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि भारत-कनाडा संबंधों की प्रगति के लिए आपसी सम्मान और विश्वास पर आधारित संबंध आवश्यक है।