उमाकांत त्रिपाठी। हिमाचल प्रदेश में हिमाचल प्रशासनिक सेवा (HAS) की महिला अधिकारी ओशिन शर्मा को सोशल मीडिया इन्फ्ल्युएंसर बनना महंगा पड़ा। धर्मपुर के SDM जोगिंदर पटियाल ने ओशिन को नोटिस जारी किया है।
जिसमें उनसे काम में देरी और सही ढंग से कर्तव्य न निभाने को लेकर जवाबतलबी की गई है। एसडीएम ने नोटिस में प्रशासनिक और जनहित के कामों में देरी को लेकर नाराजगी जताई है। ओशिन शर्मा इस वक्त मंडी के संधोल में तहसीलदार हैं।
कई मु्द्दों पर दे चुकी हैं राय
दरअसल, कुछ समय पहले मंडी के DC अपूर्व देवगन ने जब उनके काम की समीक्षा की थी। तब खुलासा हुआ कि ओशिन के कई प्रशासनिक कार्य समय पर नहीं किए जा रहे। इससे आम जनता भी परेशान है। जिसके बाद उन्होंने SDM को कार्रवाई के लिए आदेश दिए। ओशिन शर्मा अपने सोशल मीडिया पर कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी राय रखती हैं। स्टूडेंट्स को कंपीटिटिव एग्जाम की तैयारियों से लेकर वह सामाजिक बुराईयों के खिलाफ भी बोलती हैं। बेरोजगार युवाओं को एचएएस परीक्षा क्रैक करने के टिप्स और ट्रिक्स भी बताती हैं। इसके अलावा महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में भी जानकारी देती हैं। इसके अलावा ओशिन ने बांग्लादेश में चले आरक्षण विवाद को लेकर भी अपनी राय रखी थी।
काम नहीं करने के लगे आरोप
दरअसल, बीते बजट सत्र के दौरान अधिकारियों के सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने का मामला हिमाचल विधानसभा में बीजेपी विधायक हंसराज उठा चुके हैं। उन्होंने किसी का भी नाम लिए बगैर कहा था कि एक अधिकारी अक्सर सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती है। मुख्य सचिव का अपने अधिकारियों पर कोई नियंत्रण नहीं है। ओशिन शर्मा ने जब संधोल में तहसीलदार का पदभार संभाला तो उनकी छवि दबंग अधिकारी के तौर पर उभरी। मगर, अब उन पर काम नहीं करने के आरोप लग रहे हैं। इसके पीछे वजह उनका अक्सर सोशल मीडिया में एक्टिव रहना माना जा रहा है।