‘मन की बात’ में आतंकवाद पर खुलकर बोले पीएम मोदी, बोले- अब हम आतंकवाद को कुचल रहे हैं

‘मन की बात’ में आतंकवाद पर खुलकर बोले पीएम मोदी, बोले- अब हम आतंकवाद को कुचल रहे हैं

उमाकांत त्रिपाठी। अपने दूसरे कार्यकाल के अंत तक आतंकवाद पर कड़ी लगाम लगाने वाली केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार अब आतंकवाद को जड़ से कुचल रही है। पीएम मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में भी इसका जिक्र किया है। रविवार को पीएम मोदी का रेडियो प्रोग्राम मन की बात के 107वां एपिसोड का प्रसारण हुआ। इस कार्यक्रम में देश की जनता को संबोधित करते हुए पीएम ने कई बातों को जिक्र किया। पीएम ने 26/11 हमलों में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को हम कभी नहीं भूल सकते हैं। आज ही के दिन देश पर सबसे जघन्य हमला हुआ था। आतंकियों ने उस वक्त सिर्फ मुंबई ही नहीं, पूरे देश को थर्रा कर रख दिया था। लेकिन भारत का सामर्थ्य है कि हम उस हमले से उबरे और अब पूरे हौसले के साथ आतंक को कुचल भी रहे हैं।

शहीदों को पीएम मोदी की श्रद्धांजलि

अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम में पीएम ने मुंबई हमले में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि इस हमले में हमारे जो जांबाज वीरगति को प्राप्त हुए, उन्हें देश आज याद कर रहा है। इस दौरान पीएम ने देशवासियों को संविधान दिवस की शुभकामनाएं भी दी। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर का आज का ये दिन एक और वजह से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। 1949 में आज ही के दिन संविधान सभा ने भारत के संविधान को अंगीकार किया था। मुझे याद है, जब साल 2015 में हम बाबा साहेब आंबेडकर की 125वीं जन्मजयन्ती मना रहे थे, उसी समय ये विचार आया था कि 26 नवंबर को ‘संविधान दिवस’ के तौर पर मनाया जाए। और तब से हर साल आज के इस दिन को हम संविधान दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं। मैं सभी देशवासियों को संविधान दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूंहमारी सरकार बाबा साहेब के आदर्शों को आज भी अपने दिल में रखती है। आपको बता दें मोदी सरकार ने ही संविधान दिवस मनाने की शुरूआत की है।

फ्रेंच, पश्तो, चाइनीज भाषा में भी होता है मन की बात का प्रसारण

साल 2014… ये वो साल था जब पहली बार मन की बात का प्रसारण पहली बार हुआ था, पहली बार पीएम मोदी ने देशवासियों से खुलकर बात की थी। मन की बात का पहला एपिसोड 3 अक्‍टूबर 2014 को प्रसारित होने के बाद से ही काफी लोकप्रिय हो गया था। पहले एपिसोड की टाइम लिमिट 14 मिनट थी। जून 2015 में इसे बढ़ाकर 30 मिनट कर दिया गया था। 30 अप्रैल 2023 को मन की बात का 100वां एपिसोड प्रसारित किया गया था। मन की बात कार्यक्रम का प्रसारण 23 भाषाओं और 29 बोलियों में होता है। फ्रेंच, पश्‍तो, चाइनीज समेत इसका ब्रॉडकास्‍ट 11 विदेशी भाषाओं में भी किया जाता है। आपको बता दें कि इस बार PM मोदी ने मन की बात के लिए लोगों से सुझाव मांगे थे, जिसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया पोस्‍ट के जरिए my gov या नमो ऐप पर सुझाव देने की अपील की थी। उन्‍होंने कहा था कि विभिन्‍न क्षेत्रों से जुड़े लोगों की प्रेरक कहानियां इस कार्यक्रम की मुख्य खूबी हैं, जो इसकी हर कड़ी को और ज्यादा समृद्ध बना रही हैं।