भ्रष्टाचार भारत छोड़ो, वंशवाद भारत छोड़ो, तुष्टिकरण भारत छोड़ो… वीडियो मैसेज में पीएम मोदी ने विपक्ष पर कसा तंज

भ्रष्टाचार भारत छोड़ो, वंशवाद भारत छोड़ो, तुष्टिकरण भारत छोड़ो… वीडियो मैसेज में पीएम मोदी ने विपक्ष पर कसा तंज

उमाकांत त्रिपाठी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महात्मा गांधी के नेतृत्व में हुए ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ में भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने ब्रिटिश शासन से भारत की आजादी के संघर्ष में आंदोलन की भूमिका को भी बताया।

पीएम मोदी ने एक्स पर किया पोस्ट
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा- “बापू के नेतृत्व में भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लेने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि। यह वास्तव में हमारे स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण क्षण था। इस मौके पर पीएम मोदी ने एक वीडियो मैसेज भी शेयर किया। वीडियो मैसेज में उन्होंने कहा, “आज भारत एक सुर में कह रहा है, भ्रष्टाचार भारत छोड़ो। वंशवाद भारत छोड़ो। तुष्टिकरण भारत छोड़ो।

भारत छोड़ो आंदोलन से मिली आजादी
आपको बता दें कि भारत छोड़ो आंदोलन को महात्मा गांधी ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान शुरु किया था। ये आंदोलन 9 अगस्त, 1942 को शुरु हुआ था, जिसका मकसद भारत में ब्रिटिश शासन को खत्म करने की मांग की गई थी। 1942 का भारत छोड़ो आंदोलन आजादी दिलाने की एक वो कोशिश थी, जिसनेु, अंग्रेजों को यह एहसास दिलाया कि भारत पर शासन करना जारी रखना अब मुमकिन नहीं है। आपको बता दें कि इस आंदोलन के बाद ही अंग्रोजों ने देश से बाहर निकलने के तरीकों के बारे में सोचना शुरु कर दिया था।

अहिंसक आंदोलन में बापू ने दिखाया साहस
अहिंसक तरीके से किया गया ये आंदोलन पूरे देश में किया गया था। इसके तहत महात्मा गांधी ने भारत से ब्रिटिश राज की वापसी का आह्वान किया था। अपने भाषणों में महात्मा गांधी ने देश के लोगों से कहा था कि- हर भारतीय जो आजादी चाहता है और इसके लिए कोशिश करता है, उसे अपना लीडर खुद बनना चाहिए। 1942 में इसी आंदोलन के दौरान गांधी जी ने करो या मरो का नारा दिया था। ये आंदोलन मुंबई के ग्वालिया टैंक से शुरू हुआ था। इस दिन को हर साल अगस्त क्रांति दिवस के रूप में मनाया जाता है।