बिहार में नीतीश-लालू पर जमकर गरजे गृहमंत्री अमित शाह, बोले- ये नेता जनादेश लेकर पलट जाते हैं

बिहार में नीतीश-लालू पर जमकर गरजे गृहमंत्री अमित शाह, बोले- ये नेता जनादेश लेकर पलट जाते हैं

उमाकांत त्रिपाठी। केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह रविवार को बिहार दौरे पर रहे। मुजफ्फरपुर में अमित शाह ने एक विशाल आमसभा को संबोधित किया। इस दौरान नीतीश-लालू और महागठबंधन की सरकार शाह के निशाने पर रही। नीतीश कुमार पर हमला करते हुए अमित शाह ने कहा कि आपने जब-जब आशीर्वाद दिया एक पलटू राम ने जनादेश का द्रोह किया। शाह ने यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से आगाह किया, फिर उन्हें जनादेश लेकर पलटने वाला अविश्वसनीय नेता करार दिया। पिछले 50 दिन में शाह की ये दूसरी बिहार यात्रा है। अमित शाह की इस जनसभा में भारी जनसैलाब देखने मिला।

शाह ने बिहार की जनता को किया धन्यवाद

सभा को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि- बिहार की जनता का मैं धन्यवाद देना चाहता हूं, इस रैली को रैला बनाने के लिए। मैं सभी बिहार की जनता को छठ महापर्व की अग्रिम शुभकामनाएं देता हूं। शाह ने जनता से सवाल पूछा कि आपने लालू के जंगलराज के खिलाफ वोट दिया था कि नहीं दिया था? ये पलटूराम ने प्रधानमंत्री बनने के लिए बिहार के जनादेश का द्रोह किया। बिहार में जंगलराज की भेंट चढ़ाने का काम नीतीश कुमार ने किया है। शाह ने अपने संबोधन में कहा कि नीतीश जी शर्म करो! जिस लालू की खिलाफत कर राजनीति की और जीत दर्ज की आज उसी के साथ गलबहियां कर रहे हैं। उन्होंने बिहार की जनता से 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को वोट देने की अपील की। उन्होंने कहा कि- 2024 में 40 के 40 सीट देकर बीजेपी को आशीष दें।

लालू को सीएम, नीतीश को पीएम बनना है- शाह

अमित शाह ने इस दौरान कहा कि- कहा कि ये परिवार की दुकान चलाने वाले लोग हैं, एक को प्रधानमंत्री तो दूसरे को मुख्यमंत्री बनना है। जातीय सर्वे सिर्फ एक छलावा है, नीतीश और लालू ने पिछड़े वर्ग का सम्मान कभी नहीं किया। उन्होंने सवाल पूछा किः लालू जी इंडिया अलाइंस का मुख्यमंत्री कौन होगा, इसको लेकर घोषणा करेंगे? क्या वे अतिपिछड़ा को मौका देंगे? इनलोगों ने हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति की है। कार्यक्रम के दौरान नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि आज बिहार में जंगलराज 2 का शासन चल रहा है। न पढ़ाई, न स्वास्थ्य मिली। बिहार में किसान परेशान हैं। अपराध चरम पर है। कानून का राज खत्म हो चुका है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार धृतराष्ट्र बन चुके हैं।