बीसीसीआई में व्याप्त भ्रष्टाचार सामने आ गया है, दुनिया जान गई विराट के साथ क्या किया गया है

बीसीसीआई में व्याप्त भ्रष्टाचार सामने आ गया है, दुनिया जान गई विराट के साथ क्या किया गया है

विराट कोहली की कप्तानी छीनने वाले चेतन शर्मा ने बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा बीसीसीआई सचिव जय शाह को भेजा जिन्होंने इसे स्वीकार कर लिया। ZEE News के स्टिंग ऑपरेशन के बाद चेतन शर्मा ने अपना पद छोड़ने का फैसला लिया है। उन्होंने स्टिंग ऑपरेशन में विराट कोहली, रोहित शर्मा, सौरव गांगुली और फिटनेस के लिए इंजेक्शन सहित कई सनसनीखेज खुलासे किए थे।

चेतन शर्मा ने खुलकर स्टिंग ऑपरेशन में कहा था कि विराट कोहली को कप्तानी से हटाने का फैसला उनका था लेकिन सौरव गांगुली विराट को बिल्कुल पसंद नहीं करते थे। ऐसे में अगर बीसीसीआई का अध्यक्ष किसी कप्तान को पसंद नहीं करता है, तो स्वाभाविक तौर पर वह उसके लिए मुश्किलें खड़ी करेगा।

पूर्व भारतीय क्रिकेटर चेतन शर्मा को इससे पहले पिछले साल नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप 2022 में खराब प्रदर्शन के बाद भी मुख्य चयनकर्ता के पद से हटा दिया गया था। हालांकि, बाद में उन्हें रिटेन किया गया था। चेतन शर्मा के चीफ सिलेक्टर रहते हुए टीम इंडिया का प्रदर्शन भी काफी खराब रहा। टीम इंडिया चेतन शर्मा के कार्यकाल में एक भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत सकी। चेतन शर्मा ने ने यह भी आरोप लगाया था कि सितंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए बुमराह की वापसी को लेकर उनके और टीम प्रबंधन के बीच मतभेद थे। बुमराह अभी टीम से बाहर हैं और उनके ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी और उसके बाद 3 एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला में खेलने की संभावना नहीं है।

हिडन कैमरा में चेतन शर्मा यह कहते हुए नजर आ रहे थे कि प्लेयर्स फिट दिखाने के लिए इंजेक्शन लगाते हैं, जो डोप टेस्ट में भी नहीं पकड़ी जाती। इंजेक्शंस लगाते ही 80 प्रतिशत फिट होने पर भी 100 प्रतिशत फिट हो जाते हैं। ये पेन किलर नहीं हैं। इन इंजेक्शन में ऐसी दवा होती है, जो डोप टेस्ट में नहीं पकड़ी जाती है। खिलाड़ियों को टीम से बाहर होने का डर होता है, इसी वजह से इंजेक्शन लगाते हैं। इस खुलासे के बाद यह सवाल खड़ा हो गया था कि T-20 वर्ल्ड कप में भी जरूर कुछ अनफिट खिलाड़ी खेले होंगे, जिसका परिणाम टीम इंडिया को सेमीफाइनल में मिली करारी हार के तौर पर चुकाना पड़ा।

चेतन शर्मा के मुताबिक विराट को कैप्टनशिप से हटाकर रोहित को कैप्टन बनाने का फैसला भी सेलेक्शन कमेटी का था। अगर बीसीसीआई के तत्कालीन प्रेसिडेंट सौरव गांगुली विराट कोहली को पसंद नहीं करते थे, तो स्वाभाविक तौर पर वह विराट को तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया की कप्तानी करते हुए नहीं देखना चाहते थे। इसलिए जब विराट पर T-20 वर्ल्ड कप 2021 से पहले दबाव बनाया गया तो, कोहली ने T-20 इंटरनेशनल की कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया। बाद में विराट वनडे इंटरनेशनल और टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी करना चाहते थे, लेकिन फिर विराट को जबरन वनडे की कप्तानी से हटा दिया गया। कहा गया कि चयनकर्ता चाहते हैं वाइट बॉल क्रिकेट में एक ही कप्तान रहे। विराट समझ गए कि उन्हें अपने तरीके से कप्तानी करने नहीं दी जाएगी। इसलिए उन्होंने टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी से भी खुद को अलग कर लिया। जिन लोगों ने विराट के खिलाफ साजिश की है, उसका पर्दाफाश हो गया। स्टिंग ऑपरेशन में सच सामने आ गया। ऐसे में चेतन शर्मा और अन्य दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। विराट को कप्तानी वापस दी जाए।