उमाकांत त्रिपाठी।मध्य प्रदेश के ग्वालियर से चौंकाने वाली कहानी सामने आई है. यहां भाभी ने अपने देवर को हनी ट्रैप में फंसा लिया. उसने अपने साथियों की मदद से देवर को ब्लैकमेल किया और मारपीट कर पैसे भी लूट लिए. इस मामले की शिकायत पीड़ित देवर ने गोला का मंदिर थाने में दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को अरेस्ट किया है. पुलिस अब पूरे हनी ट्रैप गैंग की एक्टिविटीज की जांच में जुटी है.
मुरैना के पिपर सेवा इलाके में रहने वाले रविंद्र को उसकी रिश्ते की भाभी ओमवती ने ग्वालियर बुलाया था. ओमवती ने रविंद्र से कॉल पर कहा कि- वह उसकी सहेली रुक्मणी से मिलवाना चाहती है और उनके बीच दोस्ती करवाना चाहती है. इसके बाद रविंद्र बुधवार को ग्वालियर पहुंच गया.
ग्वालियर पहुंचने के बाद ओमवती ने अपनी सहेली रुक्मणी को बुलाया. दोनों ने रविंद्र को गोवर्धन कॉलोनी स्थित एक घर में भेज दिया. घर का माहौल सामान्य लग रहा था. रुक्मणी और रविंद्र एक कमरे में मौजूद थे, तभी कुछ देर बाद स्थिति अचानक बदल गई. जब रविंद्र और रुक्मणी कमरे में थे, तभी अचानक भाभी ओमवती अपने तीन साथियों अंकित, कौशल और आदित्य के साथ कमरे में आ धमकी. इससे पहले ही उन्होंने चुपके से कमरे में कैमरा लगाकर दोनों का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया था.
वीडियो बन जाने के बाद ओमवती ने रविंद्र को धमकाया कि वीडियो वायरल कर दिया जाएगा, अगर वह 10 लाख रुपये नहीं देता. जब रविंद्र ने पैसे देने से इंकार किया, तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की और उसके पास रखे 8000 रुपये कैश छीन लिए.
पीड़ित रविंद्र ने किसी तरह खुद को छुड़ाया और सीधे गोला का मंदिर थाने पहुंचा, जहां उसने पूरी घटना पुलिस को बताई. पीड़ित की शिकायत के बाद पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए मामला दर्ज किया. जांच के दौरान पुलिस को घटना स्थल से अहम सबूत मिले, जिनमें वीडियो रिकॉर्डिंग का जिक्र भी शामिल है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ ब्लैकमेलिंग, मारपीट और लूट का केस दर्ज किया है.















