अब भारत-चीन का ‘मोबाइल युद्ध’!

अब भारत-चीन का ‘मोबाइल युद्ध’!
भारत ने चीन को आर्थिक मोर्चे पर चटाई धूल

आर्थिक मोर्चे पर चीन की घेराबंदी के लिए भारत एक खास प्लान तैयार कर रहा है। भारत में चाइनीज़ ऐप्स तो पहले ही बैन की जा चुकी हैं, अब चीनी स्मार्टफोन कंपनियों पर भी स्ट्राइक करने की तैयारी हो चुकी है।

मीडिया रिपोर्ट्स हैं कि भारत सरकार चीनी कंपनियों के ₹12,000 से सस्ते स्मार्टफोन बेचने पर प्रतिबंध लगाने को लेकर विचार कर रही है।

बकौल रिपोर्ट्स, इस कदम का उद्देश्य लोकल मैन्युफैक्चरर्स को बढ़ावा देना है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, जून में खत्म हुई तिमाही में भारत में बिके कुल स्मार्टफोन्स में से एक तिहाई ₹12,000 से कम कीमत वाले थे।

रॉयटर की खबर के अनुसार, यह कदम शाओमी जैसी चीनी कंपनियों के लिए काफी बड़ा झटका हो सकता है। वास्तव में चीनी ब्रांड डॉमेस्टिक स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियों को काफी डाउन कर दिया है, जिसकी वजह से सरकार को यह कदम उठाना पड़ रहा है।

एक इंटरनेशल मीडिया रिपोर्ट में मामले से जुड़े लोगों का हवाला देते हुए कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि भारत सरकार चीनी स्मार्टफोन निर्माताओं पर प्रतिबंध लगाने के लिए पॉलिसी की घोषणा करेगी या अनौपचारिक चैनलों का उपयोग करेगी।

2020 में सीमा पर संघर्ष के बाद राजनीतिक तनाव के कारण कई चीनी कंपनियों ने भारत में व्यापार करने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।

भारत ने 300 से अधिक चीनी ऍप्लिकेशन्स पर प्रतिबंध लगाने में सुरक्षा चिंताओं का हवाला दिया, और भारत में निवेश करने वाली चीनी कंपनियों के लिए भी नियम कड़े कर दिए हैं।

शाओमी और प्रतिद्वंद्वी वीवो की भारत की वित्तीय अपराध से लडऩे वाली एजेंसी द्वारा कथित इललीगल रमिटेंस और मनी लॉन्ड्रिंग के लिए जांच की जा रही है। दोनों किसी भी गलत काम से इनकार करते हैं।