केरल की जनता से पीएम मोदी की अपील, कहा- इस बार सच्चाई का साथ दें, राज्य सरकार चैन की नींद सोई है

केरल की जनता से पीएम मोदी की अपील, कहा- इस बार सच्चाई का साथ दें, राज्य सरकार चैन की नींद सोई है

उमाकांत त्रिपाठी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को केरल के पथनमथिट्टा में जनसभा की। PM ने कहा- इस बार केरल में कमल खिलने जा रहा है। भाजपा यहां की युवा ऊर्जा को बढ़ावा दे रही है। इसलिए केरल के लोग कह रहे है कि अबकी बार 400 पार। केरल में इस वक्त कानून व्यवस्था की स्थिति खराब होती जा रही है। चर्च के पादरी भी हिंसा के शिकार हो रहे हैं। कितने ही कॉलेज कैम्पस कम्युनिस्टों के गुंडों के अड्डे बन चुके हैं। महिलाएं, युवा और हर वर्ग के लोग डर में जी रहे हैं। राज्य सरकार में बैठे लोग चैन की नींद सो रहे हैं। इन समस्याओं से छुटकारा तब मिलेगा, जब यहां से कांग्रेस और LDF की मिलीभगत का चक्कर टूटेगा।

पीएम के भाषण की बड़ी बातें…

कांग्रेस और लेफ्ट की स्थिति यह है कि जिस राज्य से यह चुनाव हारते हैं, वहां यह दोबारा वापसी नहीं कर पाते। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में जिस तरह से खेल खेला, राज्यों को बर्बाद किया। लोग अच्छी तरह जानते हैं। जिस राज्य से यह पराजित होते हैं वहां के लोग इन्हें वापस लौटने नहीं देते। तमिलनाडु ने 1962 में आखिरी चुनाव जीता था, यूपी, गुजरात बिहार में कांग्रेस 4 दशक पहले आखिरी चुनाव जीता। उड़ीसा में भी कांग्रेस 3 दशक से बाहर ही है। देश के कितने ही राज्यों से बाहर है।

त्रिपुरा, बंगाल इन राज्यों से लेफ्ट पार्टियों का सितारा चमकता था। 3 से 4 दशक तक इन्हीं की चलती थी। त्रिपुरा, बंगाल से उन्हें हटाया। कितने ही साल हो गए, कांग्रेस और लेफ्ट को घुसने नहीं दिया जाता। लोगों को पता है कि कांग्रेस पर भरोसा किया। जितने साल लेफ्ट पर भरोसा किया। उतने साल सर्वाधिक नुकसान हुआ।

केरल में बीजेपी युवा ऊर्जा को बढ़ावा दे रही है। इसलिए केरल के लोग कह रहे है कि अबकी बार 400 पार। पिछले चुनाव में केरल की जनता ने हमें दोहरे अंक में वोट प्रतिशत वाली पार्टी बनाया और अब यहां दोहरे अंक वाली सीटों की हमारी नियति अभी दूर नहीं है। केरल के लोग राज्य पर शासन करने वाली भ्रष्ट और अक्षम सरकारों के कारण पीड़ित हैं। LDF और UDF सरकारें रबर किसानों की दुर्दशा देख ही नहीं पातीं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार 15 मार्च को को तमिलनाडु के कन्याकुमारी में भी जनसभा की। PM ने कहा- आज कन्याकुमारी से देश के इस दक्षिणी छोर से जो लहर उठी है, ये लहर बहुत दूर तक जाने वाली है। मैं 1991 में एकता यात्रा लेकर कन्याकुमारी से कश्मीर गया था, इस बार मैं कश्मीर से कन्याकुमारी आया हूं।

उन्होंने कहा- जम्मू-कश्मीर के लोगों ने देश को तोड़ने का सपना देखने वालों को नकार दिया है। अब तमिलनाडु के लोग भी ऐसा ही करने जा रहे हैं। मैं तमिलनाडु की धरती पर बहुत बड़े परिवर्तन की आहट देख रहा हूं। तमिलनाडु में भाजपा का प्रदर्शन इस बार DMK और कांग्रेस के INDI गठबंधन का सारा घमंड तोड़ कर रख देगा।

PM की 17 दिनों में तमिलनाडु की यह दूसरी यात्रा है। इससे पहले 28 फरवरी को उन्होंने थूथुकुड़ी में 17 हजार 300 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स की नींव रखी। इनमें देश का पहला हाइड्रोजन हब पोर्ट और इनलैंड वाटर वे वेसल और कुलशेखरपट्‌टनम में ISRO का नया लॉन्च कॉम्प्लेक्स भी शामिल है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें …

क्या कहता है केरल का चुनावी गणित
केरल में पिछले 3 लोकसभा चुनाव की बात करें तो यहां NDA को एक भी सीट नहीं मिली। हालांकि, उनका वोटिंग प्रतिशत बढ़ा है। तमिलनाडु में सहयोगी पार्टी अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) के अलग होने के बाद भाजपा यहां अलग-थलग पड़ गई है। तेलंगाना में 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 4 सीटें जीती थीं, लेकिन विधानसभा चुनाव हारने के बाद यहां कांग्रेस भारी नजर आ रही है।