दुबई एक्सपो में भारत का पवेलियन बना आकर्षण का केंद्र

दुबई एक्सपो में भारत का पवेलियन बना आकर्षण का केंद्र

पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ सजावटी और अन्य घरेलू सामानों का उत्पादन करने वाली स्टार्टअप बिया की युवा संस्थापक इंडिया पवेलियन के ‘इंडिया इनोवेशन हब’ में अपनी खुशी को छिपा नहीं पा रही हैं। उनके काम को दुबई एक्सपो में काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।

प्रवेश द्वारा लगी लंबी कतारों से पता चलता है कि एक्सपो-2020 में भारतीय पवेलियन के प्रति काफी उत्साह देखा जा रहा है।

कंपनी के दो संस्थापकों में से एक पूजा सिंह कहती हैं कि इंस्टाग्राम पर केवल चार घंटों में उनके 100 विजिटर और 50 से अधिक फॉलोअर्स हो गए हैं। उनकी कारोबारी भागीदार प्रतीशा मलिक भी इस बात से सहमति जताती हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने और भारतीय यूनिकॉर्न (एक अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन) की संख्या में वृद्धि के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का लगातार जिक्र करते रहे हैं। ऐसे में भारत ने दुबई एक्सपो में अपने मंडप में बड़ी संख्या में नए उद्यमों को जगह देने का प्रयास किया है।

दुबई एक्सपो का आयोजन अक्टूबर-मार्च के दौरान होता है।

पवेलियन के संचालकों का कहना है कि अब तक 84 ऐसे स्टार्टअप को जगह दी गई है और एक्सपो खत्म होने तक उनकी संख्या 500 तक जा सकती है।

हालांकि, स्टार्टअप इस विशाल स्थल में भारत के पवेलियन में लगाए गए बहुआयामी प्रदर्शन का सिर्फ एक पहलू हैं। इसके अलावा कई अन्य भागीदार भी हैं, जिनमें एमिरेट्स जैसी बड़ी कंपनियां और संयुक्त राष्ट्र जैसे संगठन शामिल हैं।

भारतीय पवेलियन में योग और देश की विविध संस्कृति को भी दर्शाया गया है। साथ ही इसमें भारत को अवसरों की जमीन के रूप में भी पेश किया गया है।

चूंकि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के साथ भारत के हमेशा से गर्मजोशी वाले रिश्ते रहे हैं, ऐसे में पवेलियन का एक हिस्सा दोनों की दोस्ती के लिए ‘समर्पित’ किया गया है।