उमाकांत त्रिपाठी। NEET यूजी प्रश्नपत्र लीक मामले में सीबीआई का ताबड़तोड़ एक्शन जारी है। जांच एजेंसी ने एक और मेडिकल छात्र को गिरफ्तार किया है। राजस्थान के भीलवाड़ा स्थित एक मेडिकल कॉलेज के छात्र संदीप कुमार को सीबीआई ने पटना से गिरफ्तार किया।
आपको बता दें कि NEET यूजी मे फर्जीवाड़ा करने का पुराना खिलाड़ी है संजीव मुखिया और अतुल वत्स। 2015 में NEET यूजी के पेपर लीक के आरोप में उत्तराखंड में कुछ परीक्षा माफिया पकड़ाए थे और तब संजीव मुखिया का नाम आया था। 2016 में नीट पीजी में धांधली के आरोप में दिल्ली पुलिस ने अतुल पर केस किया था।
अब तक 9 स्टूडेंट्स हुए गिरफ्तार
फिर पटना सिविल कोर्ट की एक विशेष अदालत में विशेष न्यायिक दंडाधिकारी कुमारी रिंकू के समक्ष पेश किया। सीबीआई ने यहां सात दिनों की रिमांड मांगी। कोर्ट ने 5 दिनों की रिमांड दी। मामले में सीबीआई अब तक 9 एमबीबीएस छात्रों को गिरफ्तार कर चुकी है। सीबीआई ने संदीप को नोटिस देकर पूछताछ के लिए पटना बुलाया था। पूछताछ में संदीप ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
ऐसे चल रहा था पूरा रैकेट
NEET यूजी क प्रश्नपत्र सॉल्व करने के लिए संजीव मुखिया और रॉकी ने पटना एम्स, रिम्स, मुंबई, भरतपुर और भीलवाड़ा के मेडिकल कॉलेज के छात्रों को हजारीबाग बुलाया था। कुछ और मेडिकल छात्र हैं जो सीबीआई के रडार पर हैं। सीबीआई इससे पहले अमित और अमन को गिरफ्तार कर चुकी है। दोनों रॉकी के करीबी हैं। झारखंड का पूरा मैनेजमेंट अमित और अमन ही संभाल रहा था। वहीं पटना का मैनेजमेंट चिंटू, नीतीश और अमित आनंद संभाल रहा था। मालूम हो कि राजस्थान के परीक्षा माफिया बलराम गुर्जर का संजीव मुखिया और रॉकी के साथ पुराना संबंध है। दोनों गिरोह पूर्व में भी एक साथ जालसाजी कर चुके हैं। ऐसी संभावना है कि बलराम गुर्जर की मदद से रॉकी ने राजस्थान के मेडिकल कॉलेज के छात्रों से संपर्क साधा था।