शुभ्मन गिल साल 2023 में क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतक जड़ने वाले दुनिया के इकलौते बल्लेबाज बन गए हैं। टेस्ट में 128, वनडे में 208 और T-20 में 126 इस साल किसी भी भारतीय बल्लेबाज के सर्वाधिक स्कोर हैं। ये तीनों ही स्कोर शुभ्मन गिल ने बनाए हैं। उन्हें वर्ल्ड क्रिकेट का प्रिंस यूं ही नहीं बुलाया जाता। 23 वर्षीय शुभमन गिल ने नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में ही न्यूजीलैंड के खिलाफ 54 गेंदों पर अपने टी-20 इंटरनेशनल करियर का पहला शतक पूरा किया था। शुभमन गिल ने 200 से भी ज्यादा के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की थी। वह 126 रन बनाकर नाबाद लौटे थे। उन्होंने 63 गेंदों की अपनी पारी में 12 चौके और 7 छक्के जड़े थे।
गिल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच की पहली पारी में शतक लगाया और ये उनके इंटरनेशनल क्रिकेट करियर का 7वां शतक रहा। उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में अब तक टेस्ट में 2, वनडे में 4 जबकि टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट में 1 शतक लगाया है। गिल अभी 23 साल के हैं और इंटरनेशनल क्रिकेट में इस उम्र में शतक लगाने के मामले में उन्होंने युवराज सिंह को पीछे छोड़ दिया। युवराज सिंह ने इस उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 6 शतक लगाए थे जबकि रवि शास्त्री ने इस उम्र में कुल 7 शतक लगाए थे। यानी गिल ने युवराज सिंह को पीछे छोड़ दिया और रवि शास्त्री की बराबरी कर ली।
अगर बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज के चौथे टेस्ट की बात करें, तो ऑस्ट्रेलिया ने स्कोरबोर्ड पर 480 का विशाल स्कोर टांग दिया था। यहां से डर था कि अगर भारतीय बल्लेबाजी लड़खड़ाई तो पहले फॉलोऑन और फिर हार का खतरा मंडराना शुरू हो जाएगा। गिल और रोहित ने अच्छी शुरुआत की लेकिन 21वें ओवर की अंतिम गेंद पर भारतीय कप्तान 35 रन बनाकर कुहनीमन का शिकार हो गए। 74 पर टीम इंडिया को पहला झटका लग गया। यहां से शुभ्मन गिल को बड़ी पारी खेलने की सख्त आवश्यकता थी।
गिल की बल्लेबाजी में इंटेंट बॉल 1 से ही दिखाई पड़ रहा था। ग्रीन के दूसरे ओवर की दूसरी गेंद शॉर्ट पिच थी। शुभ्मन गिल ने इसे शॉर्ट आर्म जैब के जरिए चौके के लिए बाहर भेज दिया। फिर भारत के खिलाफ अक्सर अच्छी गेंदबाजी करने वाले नाथन लियोन ने 10वें ओवर की दूसरी गेंद टॉस्ड अप डिलीवरी डाली। गिल डाउन द ट्रैक आए और लॉन्गऑन के ऊपर से गगनचुंबी छक्का जड़ दिया। फिर आया मिचेल स्टार्क के 13वें ओवर की दूसरी ओवर पिच गेंद पर खूबसूरत कवर ड्राइव के जरिए चौका। पांचवीं गेंद पर भी पुल शॉट के दौरान ग्लव से टकराते हुए गेंद सीमा रेखा पार 4 रन के लिए चली गई। अंतिम गेंद बैंक ऑफ लेंथ थी। गिल ने मिड ऑफ की दिशा में खेलकर 3 रन हासिल किए। मिचेल स्टार्क के इस ओवर से कुल 14 रन आए। यह कंगारुओं को संदेश था कि बड़े स्कोर के सामने भी भारत डट कर जवाब देने के मूड में है।
इसके बाद मिचेल स्टार्क के 29वें ओवर की दूसरी गेंद पर गिल को आउटसाइड ऑफ रूम मिला। बदले में उन्होंने कवर्स की दिशा में बैकफुट पंच के जरिए चौका हासिल किया और अपना अर्धशतक पूरा कर लिया। स्टार्क के 31वें ओवर की पांचवीं शॉर्ट बॉल पर फिर एक दफा शॉर्ट आर्म जैब के जरिए मिडविकेट की दिशा में चौका। मतलब साफ था कि शुभ्मन गिल ऑस्ट्रेलिया के सबसे खतरनाक तेज गेंदबाज के खिलाफ लगातार आक्रामक बल्लेबाजी कर रहे थे। ग्रीन के 39वें ओवर की अंतिम गेंद भी फुल लेंथ डिलीवरी थी। गिल ने खूबसूरत ड्राइव के जरिए चौका अपने नाम कर लिया। फिर आया ग्रीन के 57वें ओवर की दूसरी गेंद पर दर्शनीय कवर ड्राइव। इस शॉट को देखकर लगा कि बल्लेबाज को रोकना अब किसी के बूते का नहीं है।
शुरुआत में नाथन लियोन के खिलाफ डाउन द ट्रैक आने के बाद फिर से 61वें ओवर की दूसरी गेंद पर गिल उनके खिलाफ डाउन द ट्रैक आए और गेंद को गेंदबाज के सर के ऊपर से चौके के लिए सीमा पार भेज दिया। मर्फी के 62वें ओवर की दूसरी गेंद लेंथ बॉल डाउन द लेग साइड थी। शुभ्मन गिल अपने घुटनों पर आए और स्वीप शॉट के जरिए चौका हासिल करते हुए अपने टेस्ट करियर का दूसरा शतक पूरा कर लिया। इसी ओवर की अंतिम गेंद पर पुजारा LBW आउट हो गए। पुजारा के खाते में आए 42 और भारत को 187 के स्कोर पर दूसरा झटका लग गया। दोनों बल्लेबाजों के बीच 113 रनों की पार्टनरशिप हुई।
मर्फी के 66वें ओवर की अंतिम गेंद पर रिवर्स स्वीप के जरिए गिल ने एक और चौका हासिल किया। इस शॉट से शुभ्मन गिल के वाइड रेंज ऑफ शॉट्स का अंदाजा हुआ। लगा कि कि गिल हर हाल में 150 के पार चले जाएंगे। पर नाथन लियोन के 79वें ओवर की चौथी गेंद पर वह गेंद की लाइन मिस कर गए और LBW करार दिए गए। शुभ्मन गिल ने 12 चौकों और 1 छक्के की मदद से 235 गेंदों पर 128 रनों की मैराथन पारी खेली। अपनी पारी के जरिए शुभ्मन गिल ने भारत के टेस्ट मैच जीतने और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलने की उम्मीदें जिंदा रखी।