खबर इंडिया की। दमोह में 12वीं की छात्रा ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। उसके पास से सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने मौसा पर छेड़छाड़ करने और बदनाम करने का आरोप लगाया है।
17 साल की छात्रा ने सुसाइड नोट में लिखा-
पापा मुझे माफ कर देना। हम कभी आप सबसे दूर नहीं जाना चाहते थे, लेकिन सिर्फ उस इंसान के कारण यह कदम उठा रही हूं। वह इंसान है गुप्पू और मेरा मौसिया भी। छोड़ना मत पापा उसे, सजा दिलवाना। आपकी बेटी को आखिरी बार यही कहना है, ताकि कोई भी किसी भी बेटी को बदनाम करने से पहले 100 बार सोचे।
ऐसा नहीं है कि उसने सिर्फ मुझे बदनाम किया, कई बार छेड़ने की भी कोशिश की, लेकिन मैं चुप रही। बहुत सपने थे मेरे पापा, लेकिन सपने ही रह गए। पापा अपना ख्याल रखना। कभी भी मेरी मम्मी को मेरी कमी महसूस मत होने देना और मेरे भाई को बहुत प्यार करना। दादा-दादी अपना ख्याल रखना और मामा-मामी मेरे पापा का साथ देना। मेरी मौत का जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ वही है। मेरे पापा का साथ दोगे कि नहीं बोलो मामा-मामी। आप सबको पता है कि मेरी मौत का जिम्मेदार कौन है।
मौसा पर लगाए गंभीर आरोप
मामला जिले के बिजोरी पाठा गांव का है। शुक्रवार दोपहर को छात्रा ने घर में फांसी लगा ली थी। छात्रा के पिता ने बताया कि वह हटा के ककराई वार्ड में पुताई का काम करने गए थे। डेढ़ बजे बेटे ने फोन कर बताया कि बेटी ने फांसी लगा ली है। घर पहुंचे तो बेटी की सांसें चल रही थीं। अस्पताल ले जाने के दौरान उसने दम तोड़ दिया। बेटी ने सुसाइड नोट में गुप्पू उर्फ गोपाल लोधी पर आरोप लगाए हैं।
पुलिस ने शुरू की जांच
पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन शव लेकर गांव पहुंचे हैं। हटा टीआई धर्मेंद्र उपाध्याय के अनुसार, अंतिम संस्कार के बाद इस मामले में पुलिस परिजनों के बयान दर्ज करेगी। पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। शनिवार सुबह 11 बजे छात्रा के शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। परिजनों ने सुसाइड नोट पुलिस को सौंप दिया है।