खबर इंडिया की। जबलपुर की रहने वाली 30 साल की आशुतोष बंसल ने इलाके में ही रहने वाली संध्या से 7 साल पहले लव मैरिज की थी। संध्या के घर वाले तैयार नहीं थे, पर आशु के परिजन ने संध्या को अपना लिया। 2022 में आशु पत्नी संध्या को लेकर पढ़ाई करने के लिए जबलपुर आ गया। एक प्राइवेट कॉलेज से डीएड कर रहे आशु के घर पर बेलबाग में रहने वाली ममेरी बहन मानसी अक्सर आती रहती थी। आशुतोष और संध्या का 5 साल का बेटा भी है।
मानसी और संध्या ननद-भाभी थीं, दोनों में अक्सर खूब बात होती थीं। वे साथ में घर से बाहर घूमने भी जाती थीं। आशुतोष को कभी शक नहीं हुआ कि उसकी पत्नी और बहन के बीच कुछ अलग रिश्ता चल रहा है।
आशुतोष ने बताया- मैं जबलपुर के शीतला माई इलाके में मकान किराए पर लेकर पत्नी और बेटे के साथ रहता था। 13 अगस्त की सुबह करीब 5 बजे संध्या घर पर बताए बगैर कहीं चली गई। दिनभर उसे तलाश करता रहा, पर वह नहीं मिली। आशुतोष ने पत्नी संध्या के घर से निकलने का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को दिया था। पुलिस कंट्रोल रूम में शहर के सीसीटीवी कैमरे देखे गए तो संध्या रांझी की तरफ जाते हुए दिखाई दी। आशुतोष को यकीन था कि संध्या रांझी गई है, तो मानसी के साथ ही होगी। उसे आशंका थी कि संध्या अगले दिन सुबह जबलपुर से रीवा जाने वाली पैसेंजर ट्रेन से मैहर जा सकती है।
ऐसे में वह सुबह करीब साढ़े छह बजे रेलवे स्टेशन पहुंचा। यहां संध्या मिल गई। आशुतोष ने संध्या से पूछा कि वह कहां थी लेकिन उसने जवाब नहीं दिया। उसने थाने चलने की बात कही, तो संध्या ने कहा कि मुझे अमरपाटन ले चलो, जबलपुर में नहीं रहना है। इसके बाद आशुतोष पत्नी और बेटे को लेकर घर आ गया। जबलपुर से अमरपाटन आने के बाद एक सप्ताह तक संध्या पति आशुतोष के साथ रही। फिर 22 अगस्त को मोबाइल छोड़कर घर से गायब हो गई। आशुतोष ने ससुराल जाकर भी जानकारी ली, लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके बाद उसने संध्या का मोबाइल चेक किया तो संध्या और मानसी की चैट मिली। जिसे पढ़कर उसके होश उड़ गए।
आशुतोष का कहना है कि उसकी पत्नी को गायब करने में मानसी का ही हाथ है। पुलिस अगर सख्ती से पूछताछ करे तो संध्या का पता लग जाएगा। आशुतोष ने पत्नी संध्या के लापता होने की शिकायत मैहर जिले के अमरपाटन और जबलपुर के घमापुर थाने में दर्ज कराई है। दोनों थानों की पुलिस संध्या की तलाश में जुटी है। घमापुर थाने के एसआई सुनील ने कहा- मानसी से पूछताछ में ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है। संध्या की तलाश कर रहे हैं।