उमाकांत त्रिपाठी। पाकिस्तान रेंजर्स ने बुधवार को जम्मू में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) की चौकी पर अकारण गोलीबारी करके संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया. जिसके जवाब में बीएसएफ ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए करारा जवाब दिया. इस गोलीबारी के बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि मकवाल में सीमा चौकी पर तैनात बीएसएफ जवानों ने सीमा पार से गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया, जो शाम 5.50 बजे शुरू होकर 20 मिनट से अधिक समय तक चली. उन्होंने कहा कि भारतीय पक्ष में कोई हताहत नहीं हुआ और ना ही कोई नुकसान हुआ. पिछले साल, 8-9 नवंबर की मध्यरात्रि को सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में पाकिस्तान रेंजर्स की गोलीबारी में एक बीएसएफ जवान की मौत हो गई थी. ये 25 फरवरी 2021 के बाद से इस तरफ की पहली मौत थी, जब दोनों देशों के बीच नए सिरे से युद्धविराम पर सहमति बनी थी.
पहले भी सामने आई थी करतूत
संबंधित अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि इससे पहले 26 अक्टूबर को जम्मू के अरनिया सेक्टर में सीमा पार से गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान और एक महिला घायल हो गई थी, जबकि 17 अक्टूबर को इसी तरह की घटना में एक अन्य बीएसएफ जवान घायल हो गया था.
बीएसएफ ने रखी हालात पर नजर
अब बीएसएफ के आला अधिकारी खुद हालात पर नजर रख रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को हाई अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है. क्योंकि संघर्ष विराम का उल्लंघन ऐसे समय में हुआ है, जब जम्मू-कश्मीर प्रशासन 20 फरवरी को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की केंद्र शासित प्रदेश की यात्रा की तैयारी कर रहा है. मोदी अपनी यात्रा के दौरान जम्मू में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करने वाले हैं.