पीएम मोदी ने लॉन्च की सबसे बड़ी खाद्यान्न भंडारण योजना, जानिए किसानों को कैसे होगा सीधा फायदा?

पीएम मोदी ने लॉन्च की सबसे बड़ी खाद्यान्न भंडारण योजना, जानिए किसानों को कैसे होगा सीधा फायदा?

उमाकांत त्रिपाठी। प्रधानमंत्री मोदी ने आज (24 फरवरी) सहकार से समृद्धि कार्यक्रम के तहत दुनिया की सबसे बड़ी सहकारी अनाज भंडारण योजना के पायलट प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। इस स्कीम के तहत देशभर में अनाज स्टोरेज बनाए गए हैं। इसे 11 राज्यों की 11 प्राइमरी एग्रीकल्चर क्रेडिट सोसाइटी (PACS) में संचालित किया जा रहा है। इस पहल के तहत प्रधानमंत्री ने गोदामों और कृषि से जुड़ी अन्य बुनियादी सुविधाओं के निर्माण के लिए देशभर में अतिरिक्त 500 PACS की आधारशिला भी रखी। ये कार्यक्रम दिल्ली में भारत मंडपम में आयोजित किया गया था।

सरकार ने मंजूर किया 2500 करोड़ का बजट
PACS का मकसद गोदामों को खाद्यान्न आपूर्ति श्रृंखला के साथ निर्बाध रूप से एकीकृत करना और खाद्य सुरक्षा को मजबूत बनाना। प्रधानमंत्री देश भर में 18 हजार PACS में कम्प्यूटरीकरण के लिए परियोजना का उद्घाटन भी करेंगे। केंद्र ने इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए 2,500 करोड़ रुपए के बजट की मंजूरी दी है। इस परियोजना का उद्देश्य PACS को नाबार्ड के साथ जोड़कर उनकी संचालन करना है। इस तरह करोड़ों छोटे और सीमांत किसानों को लाभ होगा। नाबार्ड ने इस परियोजना के लिए राष्ट्रीय स्तर का कॉमन सॉफ्टवेयर विकसित किया है, जो देश भर में PACS की कई आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है।

जम्मू को भी मिली थी सौगात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 फरवरी को जम्मू का दौरा किया था। उन्होंने यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) का उद्घाटन किया। खास बात यह है कि 2019 में इसकी आधारशिला भी PM मोदी ने ही रखी थी। उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) का भी उद्घाटन किया। मोदी ने जम्मू में करीब 32 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्‍यास भी किया। वहीं, प्रधानमंत्री ने जम्मू एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन और ‘कॉमन यूजर फैसिलिटी’ पेट्रोलियम डिपो की आधारशिला भी रखी। मोदी ने कहा कि पहले जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद, अलगाववाद की आवाजें उठती थीं, अब यहां हर सेक्टर में विकास हो रहा है। राज्य में अब 12 मेडिकल कॉलेज हैं। घाटी ट्रेन से जुड़ चुकी है। जम्मू-कश्मीर देश का ऐसा राज्य है, जहां दो एम्स बन रहे हैं।