उमाकांत त्रिपाठी।सात जन्मों तक साथ निभाने का अग्नि को साक्षी मान कर दूल्हे के साथ सात फेरे लेने वाली दुल्हन दो घंटे के अंदर ही प्रेमी के साथ फरार हो गई। जबकि बिना दुल्हन लिए दूल्हा बारात लेकर वापस लौट गया। इस मामले में दुल्हन के पिता ने प्रेमी के विरुद्ध केस दर्ज कराया है। बुधवार की रात आरोपी की गिरफ्तारी व दुल्हन की बरामदगी के लिए कई जगहों पर दबिश दी। लेकिन न तो दुल्हन मिली और न ही उसके भगाने का आरोपी। पुलिस जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार करने का दावा कर रही है। मईल थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली युवती की शादी रुद्रपुर कोतवाली के एक गांव में तय थी।
25 नवंबर को धूमधाम से बारात आई। द्वारपूजा हुआ, खुशी-खुशी दुल्हन ने जयमाला में हिस्सा लिया। कन्या निरीक्षण के दौरान वर पक्ष ने उसे आभूषण दिया, फिर आधी रात के बाद अग्नि को साक्षी मानकर सात जन्मों तक साथ निभाने का वाद करते हुए दुल्हन ने सात फेरे लिया। भोर में तीन बजे शादी संपन्न हुई और दो घंटे बाद यानी सुबह पांच बजे दुल्हन अपने पड़री गजराज निवासी प्रेमी नितेश के साथ फरार हो गई।
इसके बाद दूल्हा पक्ष थाने पहुंचा और दुल्हन की बरामदगी के लिए पुलिस से गुहार लगाई। इसके बाद पुलिस जांच में जुट गई। आरोपी के घर पहुंची, लेकिन दुल्हन नहीं मिली। इसके बाद लड़की के पिता ने प्रेमी के विरुद्ध केस दर्ज कराया। प्रभारी निरीक्षक राकेश सिंह ने बताया कि- इस मामले में केस दर्ज कर जांच की जा रही है। प्रेमी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।















