उमाकांत त्रिपाठी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बातचीत की और उन्हें 73वें जन्मदिन की बधाई दी. इस बातचीत में दोनों नेताओं ने भारत-रूस के विशेष और प्रिविलेजड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को और गहरा करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति पुतिन को उनके स्वास्थ्य और सभी प्रयासों में सफलता की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि भारत रूस के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे रणनीतिक सहयोग को और ऊंचाई पर ले जाने का अवसर तलाश रहा है.
बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि- वे राष्ट्रपति पुतिन का भारत में स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं. यह मुलाकात भारत में आयोजित होने वाले 23वें इंडिया-रूस एनुअल समिट में होगी. ये समिट इसी साल दिसंबर में होना है.
इस समिट के माध्यम से दोनों देश विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और विस्तारित करने और रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा देने की योजना बना रहे हैं. पीएम मोदी ने जुलाई 2024 में मॉस्को यात्रा के दौरान पुतिन को भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया था.रूसी राष्ट्रपति ने आखिरी बार 2021 में भारत के दौरे पर आए थे. उन्होंने 21वें वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था.
दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय एजेंडा की प्रगति की समीक्षा भी की. इसमें व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग की दिशा पर चर्चा हुई. भारत और रूस के बीच लंबे समय से विशेष और प्रिविलेजड रणनीतिक साझेदारी रही है, और दोनों देश इसे और गहरा करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं.
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच यह फोन संवाद इस बात का संकेत है कि दोनों देश अपनी रणनीतिक साझेदारी को न केवल बरकरार रखना चाहते हैं, बल्कि उसे और विकसित करने के लिए नए मार्ग खोज रहे हैं. इससे आगामी इंडिया-रूस एनुअल समिट में सहयोग के नए क्षेत्र और संयुक्त पहलाओं पर विशेष ध्यान दिए जाने की संभावना है.इस अवसर पर, प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्पष्ट किया कि भारत रूस के साथ अपने संबंधों को सतत और समग्र दृष्टिकोण से आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. दोनों नेताओं की यह बातचीत वैश्विक राजनीति और क्षेत्रीय स्थिरता के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है.