पीएम मोदी का प्रयागराज दौरा: कलश स्थापना से होगी महाकुंभ की शुरुआत, पूजन में बुलाए ग ए सभी परंपरा के संत

पीएम मोदी का प्रयागराज दौरा: कलश स्थापना से होगी महाकुंभ की शुरुआत, पूजन में बुलाए ग ए सभी परंपरा के संत

उमाकांत त्रिपाठी।महाकुंभ 2025 की शुरुआत 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गंगा पूजन के साथ हो जाएगी। पिछले कुछ कुम्भ मेलों की बात करें तो यह पहला अवसर है कि प्रधानमंत्री खुद गंगा पूजन करेंगे। हालांकि 2019 में भी प्रधानमंत्री ने कुम्भ के पहले गंगा पूजन किया था लेकिन ये वो गंगा पूजन है, जिसे अब तक प्रशासन करता था। प्रधानमंत्री के पूजन के साथ ही महाकुम्भ की औपचारिक शुरुआत होगी। किसी भी माघ, कुम्भ या महाकुम्भ मेले के पहले जिला प्रशासन गंगा पूजन कर सकुशल आयोजन के लिए प्रार्थना किया करता था। यह पहला अवसर है कि प्रधानमंत्री यह पूजन करेंगे।

इस पूजन को खास बनाने के लिए सभी परंपरा के संतों को खासतौर पर न्योता भेजा है 

दरअसल, इस सबसे बड़े आयोजन को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार गंभीर है। संतों के इस मेले से दुनिया को विशेष संदेश देने की तैयारी है। ऐसे में यह पूजन बेहद द खास होगा। प्रधानमंत्री के पूजन के लिए विशेष तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। पूजा कराने वाले तीर्थ पुरोहितों की सूची भी एसपीजी के पास है। संगम तट पर विशेष लोग ही जेटी पर मौजूद रहेंगे। इस पूजन को खास बनाने के लिए सभी परंपरा के संतों को खासतौर पर न्योता भेजा गया है।

पीएम मोदी 13 दिसंबर को कुम्भ कलश की स्थापना करेंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को कुम्भ कलश की स्थापना करेंगे। इस दौरान यहां पर कलश पूजन करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस कुम्भ कलश की पूजा करेंगे, उसे रत्न जड़ित बनाया गया है। प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने मोतियों से सजे इस अष्ठधातु से निर्मित इस कुम्भ कलश को अमृत रूपी कलश बनाने के लिए इसमें आम का पत्ता और नारियल रखने की योजना बनाई है। इसके साथ ही इसमें गऊशाला, तीर्थस्थलों की मिट्टी रखी जाएगी। गंगा जल, पंचरत्न, दुर्बा, सुपारी, हल्दी रखी भी रखी जाएगी।सबसे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसे अपने हाथ से देंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री इस कुम्भ कलश का पूजन कर इसे स्थापित करेंगे। पीएम विश्व शांति और भारत को विश्व गुरु बनाने की कामना के साथ ही महाकुम्भ के सफल आयोजन की गंगा मइया से प्रार्थना करेंगे। इस दौरान वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन होगा और पंचामृत स्नान भी कराया जाएगा। मेला प्राधिकरण ने सात पुजारी चुने हैं। वो जो मंत्र पढ़ेगे, पीएम उसे दोहराएंगे। प्रधानमंत्री नारियल, चुनरी, केसरिया चंदन, रोली, अक्षत, सिंदूर, वख, उपवख चढ़ाएंगे। पूजन पं. दीपू मिश्र संपन्न कराएंगे।

 

पीएम मोदी संतों से करेंगे वार्ता
महाकुम्भ 2025 के पहले प्रयागराज आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अखाड़ों के संतों के साथ आधा घंटा समय व्यतीत करेंगे। इसके लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने तैयारियों को तेज कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार घंटे तक प्रयागराज में रहेंगे। अखाड़ों के संतों को विशेष रूप से पूजा के लिए बुलाया गया है। इस पूजा के लिए सभी परंपरा के संतों को बुलाया गया है।पूजा के ठीक बाद प्रधानमंत्री बगल में बने पंडाल में अखाड़ों के संतों के साथ बातचीत करेंगे। यहां पर जर्मन हैंगर लगाया गया है। यहां पर सभी के बैठने के लिए अलग-अलग कुर्सियां और सोफे लगाए जा रहे हैं। मेला प्रशासन अखाड़ों के संतों, तीर्थ पुरोहितों, दंडी बाड़ा के प्रतिनिधियों, खाकचौक व्यवस्था समिति के प्रमुख संतों की सूची तैयार कर चुका है। इस सूची को एसपीजी को दिया जा चुका है। चुनिंदा संत ही पंडाल के भीतर प्रवेश करेंगे।