
चर्चा है कि पटना में एक पोस्टर लगाया गया है। जिसमें तेज प्रताप यादव के करीबी छात्र नेता आकाश यादव की भी तस्वीर लगी हुई थी, कालिख इसी नेता की तस्वीर पर लगाई गई है। इस नेता का नाम तेज प्रताप ने रविवार को छात्र राजद की बैठक के दौरान मंच से भी लिया था।
कहा जा रहा है कि इस पोस्टर को तैयार कराने वाला शख्स भी यही नेता था। इससे खार खाए लोगों ने ही पोस्टर पर कालिख पोती। बहरहाल, इस मामले में काफी किरकिरी होने के बाद राजद उस शख्स का पता लगाने में जुटा है, जिसने पोस्टर पर कालिख पोती।
दूसरी तरफ कार्यालय के सामने लगे उस बड़े पोस्टर को हटा दिया गया है, जिसको लेकर बवाल हुआ था। नए पोस्टर पर तेज प्रताप की तस्वीर नहीं है। हालांकि, कार्यालय गेट के ठीक बगल में तेज प्रताप यादव की तस्वीर वाला छात्र राजद का एक और छोटा पोस्टर अभी लगा हुआ है।
तेज प्रताप यादव ने रविवार को कहा था कि पोस्टर में तस्वीर नहीं होना कोई मसला नहीं है। ऐसा मसला मीडिया ही बना देती है। उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि उनकी भी तस्वीर अक्सर राजद के पोस्टरों में नहीं रहती है और यह मसला भी उठता रहा है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी उनके अर्जुन और वे अपने छोटे भाई के लिए कृष्ण हैं। वे अपने छोटे भाई को आगे बढ़ाने के लिए हमेशा लगे रहते हैं।
जदयू के प्रवक्ता डा. अजय आलोक ने तेजस्वी और तेज प्रताप की तुलना बाली और सुग्रीव से की थी। उन्होंने कहा था कि बाली और सुग्रीव में कभी भी नहीं बनी थी। उन्होंने कृष्ण और अर्जुन के रिश्ते पर सवाल उठाते हुए कहा था कि वे दोनों भाई नहीं थे।