प्रयागराज हत्याकांड के दोषियों पर पुलिस का एक्शन, मुठभेड़ में हुआ ढेर

प्रयागराज हत्याकांड के दोषियों पर पुलिस का एक्शन, मुठभेड़ में हुआ ढेर

उत्तर प्रदेश में योगी पुलिस का ताबड़तोड़ एक्शन लगातार जारी है… प्रयागराज हत्याकांड के बाद पुलिस अलर्ट मोड पर है और हत्याकांड से जुड़े अपराधियों पर पुलिस की पैनी नजर है… सरकार ने पहले ही कह दिया था कि ऐसे अपराधियों को सरकार मिट्टी में मिला देगी… जिसकी एक्शन देखने को मिल रहा है और एक-एक कर सारे अपराधी जो इस घटना से जुड़े थे वे एक-एक कर ढेर हो रहे हैं…

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस का एक्शन लगातार जारी है. हत्याकांड में एक और आरोपी का एनकाउंटर हुआ है. एनकाउंटर में विजय कुमार उर्फ उस्मान चौधरी मारा गया. बताया जा रहा है कि उस्मान ने ही उमेश पाल को पहली गोली मारी थी.

बताया जा रहा है कि प्रयागराज के कौंधियारा इलाके में ये मुठभेड़ हुई. इस दौरान उस्मान चौधरी को गोली लग गई. उसे घायल अवस्था में इलाज के लिए एसआरएन अस्पताल ले जाया गया, हालांकि, रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक, विजय कुमार ने कुछ सालों पहले ही धर्मपरिवर्तन कराया था और उस्मान बन गया था.

उस्मान पर 50 हजार का इनाम था

पहले सीसीटीवी फुटेज से उस्मान चौधरी की पहचान नहीं हो पाई थी. इसलिए एफआईआर में उसका नाम नहीं था. सिर्फ अज्ञात में वह था. उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था. जबकि जिन शूटरों की पहचान हो चुकी है, उन पर 2.5 लाख का इनाम घोषित किया गया है.

हत्याकांड में दूसरा एनकाउंटर

ये उमेश पाल हत्याकांड में दूसरा एनकाउंटर है. इससे पहले पुलिस ने अतीक अहमद के करीबी अरबाज को ढेर कर दिया था. उमेश पाल की हत्या में जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल किया गया था, उसे अरबाज ही चला रहा था. अरबाज, अतीक अहमद की गाड़ी भी चलाता था.

24 फरवरी को प्रयागराज में हुआ था एनकाउंटर

प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल और उसके दो गनर्स की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. उमेश पाल राजूपाल हत्याकांड में गवाह थे. उमेश के गाड़ी से उतरते ही बदमाशों ने उनकी पर फायरिंग कर दी थी. इस दौरान उनकी और उनके गनर की गोली लगने से मौत हो गई. बदमाशों ने इस हत्याकांड को 44 सेकेंड में अजाम दिया.

अतीक अहमद पर साजिश का आरोप

उमेश पाल की हत्या का आरोप अतीक अहमद पर लग रहा है. अतीक इन दिनों साबरमती जेल में बंद है. पुलिस को शक है कि जेल में रहते ही अतीक ने मर्डर की पूरी साजिश रची. दरअसल, अतीक अहमद राजूपाल हत्या कांड का मुख्य आरोपी है. उमेश पाल राजूपाल हत्याकांड में गवाह था. इतना ही नहीं इस हत्याकांड की वजह को लेकर पुलिस की एक नई कहानी सामने आई है. पुलिस कह रही है कि उमेश पाल का एक जमीन को लेकर अतीक अहमद के साथ विवाद चल रहा था.

पुलिस ने उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने अतीक अहमद के साथ ही अतीक के भाई, पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक अहमद के दो बेटों और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.

उमेश पाल हत्याकांड में अब तक क्या क्या हुआ?

– 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल की गोली मारकर हत्या. इस दौरान बम भी फेंके गए.

– जांच के दौरान हत्याकांड के तार अतीक अहमद से जुड़े.

– उमेश की पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने अतीक अहमद समेत 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया.

– प्रयागराज में अतीक अहमद के करीबियों की संपत्तियों पर बुलडोजर चला.

– उमेश पाल हत्याकांड में दो आरोपियों उस्मान चौधरी और अरबाज का एनकाउंटर.

– पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटरों पर ढाई लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपए इनाम किया.

– अतीक अहमद के दोनों बेटों को बाल सुधार गृह भेजा गया है. नाबालिग होने के चलते दोनों बाल संरक्षण गृह में रहेंगे.

मुख्तार अंसारी से भी जुड़ रहे हत्याकांड के तार

उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने वाले शूटरों की तलाश में यूपी एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस की टीमें हर तरफ छापेमारी कर रही हैं. बमबाज गुड्डू मुस्लिम के साथ-साथ मोहम्मद गुलाम और साबिर के जिन मददगारों के मोबाइल नंबर पुलिस टीमों को हासिल हुए हैं, उनके कॉल डिटेल खंगालने के बाद आशंका जताई जा रही है कि 24 फरवरी को हत्या करने के बाद शूटरों की मदद और अब उनके क्षेत्र में मुख्तार अंसारी के लोग कर रहे हैं. लखनऊ के 2 बड़े बिल्डरों और बहराइच में एक वकील का नंबर कॉल डिटेल को खंगालने के बाद सामने आए हैं

पुलिस को जानकारी मिली है कि अतीक अहमद के बेटे मोहम्मद असद ने बहराइच के रास्ते नेपाल में शरण ले ली है. वहीं, बाकी शूटर मोहम्मद गुलाम, साबिर और गुड्डू मुस्लिम अभी यूपी में ही छिपे हो सकते हैं.