उमाकांत त्रिपाठी। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाज़ा संकट को खत्म करने के लिए एक “पीस प्लान” (शांति योजना) का ऐलान किया है। इस घोषणा के बाद गाज़ा में शांति प्रयासों पर तेजी से प्रगति के संकेत मिल रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप की पहल की सराहना की और इसे “एक अहम कदम” बताया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “बंधकों की रिहाई के संकेत शांति की दिशा में बहुत बड़ा कदम है। भारत टिकाऊ और न्यायपूर्ण शांति के हर प्रयास का समर्थन करता रहेगा।”
ऑस्ट्रेलिया का समर्थन
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने भी इस पहल का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हमास को तुरंत हथियार डालकर सभी बंधकों को रिहा करना चाहिए। ऑस्ट्रेलिया युद्ध खत्म करने और स्थायी समाधान के लिए अपने साझेदारों के साथ मिलकर काम करेगा।
ट्रंप की योजना क्या है?
ट्रंप ने कहा कि हमास स्थायी शांति के लिए तैयार है। उन्होंने पहली बार सार्वजनिक रूप से इज़रायल से गाज़ा पर हमले रोकने की अपील की।
योजना के मुताबिक, 72 घंटे के भीतर सभी 48 बंधकों को रिहा किया जाएगा।
बदले में 2,000 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों और मारे गए गाज़ावासियों के शवों को वापस किया जाएगा।
इज़रायल गाज़ा से पहले चरण में वापसी करेगा।
हमास ने इस योजना का कुछ हिस्सा स्वीकार किया है, लेकिन कुछ शर्तों पर असहमति जताते हुए आगे बातचीत की मांग की है।