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आधे घंटे में पच जाता है सेब लेकिन एक समोसे को पचाने के लिए लग जाता है आधा दिन, वजह जान चौंक जाएंगे आप

उमाकांत त्रिपाठी।हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो सेब और समोसा को पचने में लगने वाले समय में काफी अंतर होता है. इसकी वजह दोनों की बनावट और न्यूट्रिशन कंटेंट होता है. सेब एक फल है, जिसमें पानी और फाइबर की मात्रा अधिक होती है. इसलिए सेब आसानी से और जल्दी पच जाता है. एक सेब को पचने में लगभग 30 मिनट से 1 घंटे का समय लगता है. जबकि समोसा तला हुआ और भारी भोजन है, जिसमें फैट और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है. ड्रीप फ्राइड समोसा को पचाने में शरीर को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. समोसा को पचने में लगभग 4 से 6 घंटे या उससे ज्यादा समय भी लग सकता है.

सेब में फाइबर, पानी और नेचुरल शुगर होती है, जो आसानी से पच जाती हैं. सेब में कम कैलोरी होती है और यह ताजगी से भरपूर होता है. सेब का फाइबर आपके पाचन तंत्र को साफ करता है और खाने को जल्दी पचाने में मदद करता है. इसके अलावा सेब में मौजूद विटामिन्स और एंजाइम्स खाने को जल्दी ब्रेक करने में मदद करते हैं. इसलिए जब आप सेब खाते हैं, तो आपका शरीर इसे जल्दी से तोड़कर एनर्जी में बदल देता है. यही वजह है कि सेब खाने के कुछ घंटों बाद ही आपको भूख लगने लगती है.

अब समोसे की बात कर लेते हैं. समोसा कार्बोहाइड्रेट, ऑयल और मसालों से भरपूर होता है. तला हुआ खाना पचाने में शरीर को ज्यादा वक्त लगता है, क्योंकि उसमें भारी फैट होता है, जो आपके पेट में लंबे समय तक रहता है. पेट के एंजाइम्स को इस फैट को तोड़ने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. इसके अलावा तला हुआ खाना पाचन तंत्र को धीमा कर सकता है, जिससे गैस, अपच और भारीपन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए समोसे का पाचन समय ज्यादा होता है.

पाचन तंत्र का भी फूड्स को बचाने में अहम योगदान होता है. आपकी उम्र, स्वास्थ्य और लाइफस्टाइल पाचन की गति को प्रभावित करते हैं. युवा और हेल्दी व्यक्ति का पाचन तंत्र जल्दी काम करता है, लेकिन अगर किसी को पाचन संबंधी समस्या या कमजोर इम्यूनिटी हो तो पाचन धीमा हो सकता है. इसी वजह से कभी-कभी हल्का भोजन भी कुछ लोगों को देर से पचता है. इसलिए स्वस्थ पाचन के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार लेना जरूरी है. फल, सब्जियां और फाइबर युक्त चीजें खाने से पाचन बेहतर होता है और भारी तले हुए खाने से बचना चाहिए.

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