उमाकांत त्रिपाठी। गाजा में चल रहे युद्ध को खत्म करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा प्रस्ताव दिया है। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ट्रंप की यह योजना इजरायल और फिलिस्तीन के लोगों के साथ-साथ पूरे पश्चिम एशिया में शांति और विकास का रास्ता खोल सकती है।
क्या बोले पीएम मोदी.?
“हम अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की गाजा संघर्ष को खत्म करने की व्यापक योजना का स्वागत करते हैं। यह लंबे समय तक शांति, सुरक्षा और विकास का एक रास्ता है। हमें उम्मीद है कि सभी संबंधित पक्ष इस पहल का समर्थन करेंगे और संघर्ष को खत्म करने में मदद करेंगे।”
क्या है ट्रंप का प्रस्ताव?
अमेरिकी राष्ट्रपति ने 20 प्वाइंट्स की योजना बनाई है, जिससे गाजा में सीजफायर हो सके। इस प्लान को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और कई मुस्लिम देशों ने समर्थन दिया है। मिस्र और कतर के मध्यस्थों ने इसे हमास के सामने रखा है। हमास ने कहा है कि वह पहले गंभीरता से इस पर विचार करेगा, फिर जवाब देगा।
ट्रंप की कूटनीतिक चाल
यूएनजीए (UNGA) की बैठक से इतर ट्रंप ने अरब और मुस्लिम देशों से मुलाकात की थी। उसी दौरान उन्होंने यह प्रस्ताव पेश किया। इसके बाद उन्होंने इजरायल के पीएम नेतन्याहू से भी बातचीत की और उन्हें प्लान बताया। नेतन्याहू ने भी ट्रंप की योजना का समर्थन किया।
कैसे शुरू हुआ था संघर्ष
यह संघर्ष 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ था, जब हमास ने इजरायल पर हमला किया था।
इसके बाद इजरायल ने हमास को खत्म करने की कसम खाई और लगातार कार्रवाई की।
अब तक यह संघर्ष दो साल से जारी है।
हाल ही में नेतन्याहू ने भी संकेत दिए हैं कि वे सीजफायर चाहते हैं।
मतलब साफ है कि अब गाजा युद्ध को खत्म करने की कोशिशें तेज हो गई हैं। भारत ने भी इस पहल का समर्थन किया है और उम्मीद जताई है कि सब मिलकर शांति का रास्ता अपनाएंगे।