जहां मैटर बड़े होते हैं, वहां केएल राहुल खड़े होते हैं…! बाबा महाकाल के दर्शन के बाद पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे केएल राहुल ने टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे में शानदार जीत दिला दी। उनके 7 चौकों और 1 छक्के की मदद से खेली गई नाबाद 75 रनों की पारी की बदौलत टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से परास्त कर दिया। राहुल ने रवींद्र जडेजा के साथ 108* रनों की पार्टनरशिप बनाई। सर जडेजा 45 रन बनाकर नाबाद रहे। जिस वक्त ऑस्ट्रेलिया 35.4 ओवरों में 188 रन बनाकर ऑल आउट हुई, लगा कि जीत आसानी से नसीब हो जाएगी। पर मिचेल स्टार्क ने भारतीय टॉप ऑर्डर को झकझोर कर रख दिया। स्कोर कार्ड पहुंच गया 5 ओवर की समाप्ति के बाद 3 विकेट के नुकसान पर 16 रन। यहां से केएल राहुल ने भारतीय पारी का जिम्मा संभाल लिया।
जो स्टार्क बाकी भारतीय बल्लेबाजों के लिए काल बन चुके थे, राहुल ने उनके 7वें ओवर की पहली गेंद पर क्लासी एक्स्ट्रा कवर ड्राइव लगा कर अपना खाता खोला। इस शॉट को देखकर केएल राहुल की बल्लेबाजी में कॉन्फिडेंस साफ नजर आ रहा था। फिर एबॉट के 10वें ओवर की अंतिम शॉर्ट ऑफ लेंथ गेंद को भी बैकवर्ड पॉइंट की दिशा में कट शॉट खेलकर चौका हासिल कर लिया। अगले ओवर में गिल ने भी राहुल का साथ छोड़ दिया। नतीजा भारत को 39 के स्कोर पर चौथा झटका लग गया। पर केएल राहुल खड़े रहे। टेस्ट टीम से ड्रॉप होने के बाद वाइट बॉल क्रिकेट में भी केएल राहुल की जगह पर संकट मंडरा रहा था। ऐसे में जब टीम इंडिया मुश्किल में फंसी, तब केएल राहुल सबसे बड़े मैच विनर के तौर पर उभर कर आए।
राहुल ने ग्रीन के 14वें ओवर की चौथी गेंद पर लेट कट खेल कर चौका प्राप्त किया। यह आउटसाइड ऑफ शॉर्ट आफ लेंथ बॉल थी, जिसे केएल राहुल ने शरीर के करीब से खेलते हुए बाउंड्री पाई। जब गेंदबाज अच्छी लय में हो, वहां बल्लेबाज जितना ज्यादा शरीर के करीब से गेंद खेलता है उतना उसके लिए फायदेमंद होता है। इसके बाद मार्कस स्टोइनिस के 16वें ओवर की दूसरी गेंद को मिड ऑन की दिशा में पंच कर केएल राहुल ने बाउंड्री अर्जित की। इसी बीच ज्यादा आक्रामक होने के चक्कर में 20वें ओवर में कप्तान हार्दिक पंड्या भी अपना विकेट फेंक कर चले गए। यहां से डर था कि कहीं केएल राहुल वापस लौट गए, तो रवींद्र जडेजा बल्लेबाजी में अकेले पड़ जाएंगे।
पर केएल राहुल अपनी क्लास इनिंग खेलते रहे। उन्होंने स्टार्क के 28वें ओवर की चौथी गेंद को फुल फेस ऑफ द बैट के साथ बाउंड्री लाइन के बाहर 4 रनों के लिए भेजा। इसके बाद उन्होंने 35वें ओवर में ग्रीन की गेंद को मिड विकेट की दिशा में सिंगल के लिए खेलकर अपने वनडे करियर की 13वीं फिफ्टी पूरी कर ली। वानखेड़े स्टेडियम राहुल नाम के शोर से गूंज उठा। हर भारतीय क्रिकेट फैन जानता था कि केएल राहुल ने ऑस्ट्रेलिया के जबड़े से जीत लगभग छीन ली है। राहुल ने ग्रीन के इस ओवर की अंतिम बैक ऑफ लेंथ गेंद को बैकवर्ड पॉइंट की दिशा में कट कर भारत के 150 रन पूरे कर दिए। मंजिल नजदीक जरूर आ गई थी, लेकिन अब तक हम उसके पार नहीं गए थे।
एडम जांपा के 36वें ओवर की दूसरी आउटसाइड ऑफ फुल लेंथ गेंद को केएल राहुल ने पॉइंट की दिशा में ड्राइव कर चौका हासिल कर लिया। इस ओवर की चौथी गेंद टॉस्ड अप अराउंड ऑफ। केएल राहुल ने घुटने जमीन पर टिकाए और स्लॉग स्वीप के जरिए वाइडर लॉन्गऑन के ऊपर से गगनचुंबी छक्का जड़ दिया। केएल राहुल जैसे आक्रामक बल्लेबाज का पहला छक्का इतनी देर से आना बताता है कि वह पूरी जिम्मेदारी के साथ बल्लेबाजी कर रहे थे। स्टार्क के 40वें ओवर की पहली गेंद पर सिंगल लेकर केएल राहुल ने रवींद्र जडेजा के साथ 100 रनों की पार्टनरशिप पूरी कर ली। इसी ओवर में जड्डू ने लगातार 2 चौके जड़कर टीम इंडिया को जीत दिला दी। इस मैच विनिंग पारी के जरिए केएल राहुल ने साल के अंत में भारत में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप में अपनी जगह लगभग पक्की कर ली। उम्मीद है कि वाइट बॉल वाली फॉर्म राहुल रेड बॉल में भी दिखाएंगे। टेस्ट क्रिकेट में भी टीम इंडिया को हारे हुए मैच जिताएंगे।