उमाकांत त्रिपाठी। जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में रविवार तड़के बादल फटने और भूस्खलन की दो अलग-अलग घटनाओं में सात लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए। जिले में रात भर हुई भारी बारिश के बीच राजबाग और जंगलोट के जोध घाटी गांव में यह आपदा आई।
गृहमंत्री ने की सीएम अब्दुल्ला से बात
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस घटना पर संवेदना करते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और सीएम उमर अब्दुल्ला से बात की है. उन्होंने राहत और बचान कार्य में हर संभव मदद का भरोसा दिया है। कठुआ के जिला विकास आयुक्त राजेश शर्मा वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ बचाव और राहत अभियान की निगरानी के लिए घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
सीएम ने जताया दुख
अफसरों ने बताया कि बादल फटने से प्रभावित जोध घाटी में जहां पांच लोगों की जान चली गई, वहां गांव तक पहुंचने का रास्ता बंद हो गया और कुछ घरों को नुकसान पहुंचा है। वहीं जंगलोट इलाके में बारिश के कारण हुए भूस्खलन में दो लोगों की जान चली गई। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कठुआ के कई हिस्सों, जिनमें जोध खड्ड और जुथाना भी शामिल हैं, में भूस्खलन से हुई दुखद जनहानि और क्षति पर दुख व्यक्त किया है। इस भूस्खलन में चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
सीएम उमर ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री कार्यालय ने लिखा कि सीएम ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और सभी आवश्यक सहायता का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को प्रभावित परिवारों की सुरक्षा और सहायता सुनिश्चित करने के लिए तत्काल राहत, बचाव और निकासी उपाय करने का निर्देश दिया है।
वहीं, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि नागरिक प्रशासन, सेना और अर्धसैनिक बल कठुआ में बचाव और राहत अभियान चलाने के लिए तत्पर हैं। सिंह ने लिखा कि जंगलोट इलाके में बादल फटने की सूचना मिलने के बाद एसएसपी कठुआ शोभित सक्सेना से बात कर जानकारी ली है।